Home » देश » अकाली दल अध्यक्ष पद बादल परिवार में रहेगा या बाहर, फैसला आज

अकाली दल अध्यक्ष पद बादल परिवार में रहेगा या बाहर, फैसला आज

👤 Veer Arjun | Updated on:14 Dec 2019 4:43 AM GMT

अकाली दल अध्यक्ष पद बादल परिवार में रहेगा या बाहर, फैसला आज

Share Post

अमृतसर /चंडीगढ़ । 98 वर्ष पूरे कर चुके पंजाब के राजनीतिक दल शिरोमणी अकाली दल का आज 99वां स्थापना दिवस है। आज ही अकाली दल के अध्यक्ष का चुनाव होना है। वर्तमान में अकाली दल की कमान बादल परिवार में है। सुखबीर सिंह बादल पार्टी के अध्यक्ष चले आ रहे हैं। अकाली दल का कुनबा बढ़ेगा या फिर कम होगा, इसका फैसला आज होने वाले अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद होगा।

पार्टी के वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींडसा अध्यक्ष व अन्य पदों की चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठा चुके हैं, जबकि अलग हुए वरिष्ठ नेता और अकाली दल टकसाली का कहना है कि अगर प्रकाश सिंह बादल पार्टी की कमान संभाले या बादल परिवार के अतिरिक्त किसी अन्य वरिष्ठ नेता को कमान दी जाए तो पार्टी मजबूत होगी। फिलहाल आगे भी अकाली दल की कमान परिवारवाद के दायरे में रहेगी या फिर परिवारवाद के बाहर रहेगी , इसका निर्णय भी आज होगा।

दिलचस्प बात ये भी है कि एक तरफ अकाली दल अपना स्थापना दिवस मना रहा है तो दूसरी तरफ अकाली दल के अस्तित्व को लेकर होशियारपुर की एक अदालत में चुनौती दी गई है और अदालत अकाली नेताओं को जमानत के लिए समन जारी कर रही है।

आज दोपहर श्री हरिमंदिर साहिब समूह में अकाली दल द्वारा रखवाए अखंड पाठ के भोग डाले जायेंगे और बाद में तेजा सिंह समुंद्री हाल में पार्टी का डेलीगेट इजलास होगा। देश भर से 600 से अधिक डेलीगेट इस इजलास में शामिल होंगे और अध्यक्ष पद के चुनाव पर सहमति की मुहर लगायेंगे। स्वास्थ्य के मद्देनज़र प्रकाश सिंह बादल के इस इजलास में न पहुंच पाने की उम्मीद की जा रही है, क्योंकि डाक्टरों ने उन्हें आराम की सलाह दी है। दूसरे बड़े नेता सुखदेव सिंह ढींडसा की विचारधारा ही सुखबीर सिंह बादल से अलग है, इसलिए उनके भी न शामिल होने के कयास हैं। वैसे भी ढींढसा दो दिन पूर्व टकसाली अकाली नेताओं से बैठक करके शिरोमणी अकाली दल में हलचल बढ़ा चुके है और साथ ही अकाली दल के अतिरिक्त किसी अन्य पार्टी ने न शामिल होने की बात कह चुके है। ढींढसा के कहना था कि अकाली दल में पदाधिकारियों के चुनाव की प्रणाली को ही खराब कर दिया गया है।

इधर, टकसाली दल में नेता रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा का कहना था कि हालांकि सुखबीर सिंह बादल के ही अध्यक्ष रहने की 99 प्रतिशत उम्मीद है परन्तु अगर बड़े बादल अध्यक्ष पद संभालते हैं तो पार्टी मजबूत हो सकती है। अन्यथा पार्टी को टूटने से कोई नहीं रोक सकता। अकाली दल टकसाली अलग से अकाली दल का स्थापना दिवस मना रहा है। टकसाली अपना कार्यक्रम चीफ खालसा दीवान के गुरु हरि कृष्ण पब्लिक स्कूल के ऑडीटोरियम में कर रहे हैं।

Share it
Top