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राष्ट्रव्यापी हड़ताल : हरियाणा में रहा मिला-जुला असर

👤 mukesh | Updated on:8 Jan 2020 10:54 AM GMT

राष्ट्रव्यापी हड़ताल : हरियाणा में रहा मिला-जुला असर

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रोडवेज के शामिल न होने से हड़ताल रही बेअसर

फरीदाबाद और अंबाला में रोडवेज कर्मियों व पुलिस के बीच हुई धक्का-मुक्की

चंडीगढ़ । केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर बुलाई गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल का हरियाणा में मिला-जुला असर रहा। रोडवेजकर्मी हड़ताल में शामिल नहीं हुई और बसें सुचारू रूप से चलीं। फरीदाबाद और अंबाला में बसों के परिचालन को लेकर रोडवेज कर्मियों और पुलिस के बीच जरूर धक्का-मुक्की हुई। इससे स्थिति तनावपूर्ण रही।

केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर सरकार की श्रम विरोधी और निजीकरण नीति के विरोध में बुधवार को की गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। कुछ सरकारी कार्यालयों में भी कामकाज ठप रहा। सरकार की ओर से हड़ताल से निपटने के लिए पहले ही व्यापक प्रबंध किए गए थे।

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी द्वारा आठ जनवरी को प्रदेश में चक्का जाम के निर्णय को देखते हुए सभी बस अड्डों को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया था। इस दौरान कई जगह बसें चलाने को लेकर रोडवेज कर्मचारियों व पुलिस कर्मियों के बीच तनातनी हुई। बाद में पुलिस की मौजूदगी में बसें अलग-अलग रूटों पर चलाई गईं। कमेटी के वरिष्ठ सदस्य वीरेन्द्र सिंह धनखड़ ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है।

उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के विकास में कर्मचारियों की अहम भूमिका है और सरकार की नीतियों को कर्मचारी ही आमजन तक पहुंचाते है, लेकिन सरकार हठधर्मिता के चलते कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी कर सरकारी विभागों को निजीकरण की और धकेल रही है, जिसे कर्मचारी किसी कीमत पर सहन नहीं करेंगे।

भिवानी में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का कोई असर नहीं दिखा। रोडवेज की सभी बसें तय समय पर चलीं। हालांकि रोडवेज कर्मचारी अल सुबह सरकार के खिलाफ नारेजीब करते रहे, लेकिन पुलिस सुरक्षा के बीच सभी बसें तय समय पर चलीं। हरियाणा रोङवेज कर्मचारी यूनियन के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष नरेन्द्र दिनोद ने दावा किया कि उनकी हड़ताल कामयाब है। महज पुलिस के दबाव में कुछ बसें चली हैं।

झज्जर में विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होकर प्रदेश और केन्द्र सरकार के प्रति अपनी हुंकार भरी। हांलाकि कर्मचारी संगठनों को उम्मीद थी कि बुधवार को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल में रोडवेज यूनियन भी भाग लेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

फरीदाबाद में राष्ट्रव्यापी बंद का रहा मिला-जुला असर

बुधवार को हुई राष्ट्रव्यापी हड़ताल में फरीदाबाद शहर के विभिन्न सरकारी, अर्ध सरकारी, बोर्डों, निगमों, बैंकों, रोडवेज, टूरिज्म, स्वास्थ्य सेवाएं, आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, मिडे-डे-मील, हुडा विभाग सहित व अन्य सरकारी संस्थानों के लगभग 30 हजार कर्मचारी हड़ताल पर रहे। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने दावा किया है कि हरियाणा सरकार के धमकी भरे पत्र और पुलिस प्रशासन के भारी दबाव के बावजूद फरीदाबाद के करीब 30 हजार से ज्यादा कर्मचारी एवं मजदूर हड़ताल पर रहे।

राष्ट्रव्यापी हड़ताल का व्यापक असर

सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, निगम बोर्ड कॉरपोरेशंस, स्वास्थ जन स्वास्थ, ईरीकेशन,बिजली, हुड्डा विभाग, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी, आंगनवाड़ी, मिड-डे मील, ग्रामीण सफाई, कर्मचारियों और नगर निगम कर्मचारियों सहित हजारों कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों ने सुबह ही अपने-अपने कार्यालयों के गेट पर ताले जड़ दिए और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

पलवल में भी राष्ट्रव्यापी हड़ताल का मिलाजुला असर देखने को मिला। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा और हरियाणा रोडवेज वर्कर यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर पलवल बस डिपो पर धरना प्रदर्शन किया। डिपो की 40 बसें रूट पर उतरी और हड़ताली कर्मचारी यूनियनों का साथ न देकर सरकार के पक्ष में जनसुविधाओं का हवाला देकर अपनी सेवाएं दीं।

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