विपक्षी एकता में फूट, ममता-माया के बाद AAP ने किया सोनिया की बैठक से किनारा
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) का विरोध कर रही विपक्ष को एक और झटका लगा है। सीएए के खिलाफ जब विपक्षी दल राष्ट्रपति के पास गए थे, उस वक्त भी बसपा उनके साथ नहीं थी। नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ सोमवार को दिल्ली में विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं. कांग्रेस ने सीएए को लागू होने से रोकने की रणनीति बनाने के लिए ये मीटिंग बुलाई है.
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) का विरोध कर रही विपक्ष को एक और झटका लगा है. आज दिल्ली (Delhi) में होने वाली इस बैठक में अब आम आदमी पार्टी (AAP) भी शामिल नहीं होगी. तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही इस बैठक में आने से साफ इनकार कर चुकी हैं.
सूत्रों की मानें तो बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) भी इस बैठक में शामिल नहीं हो रही हैं. कांग्रेस के साथ बीएसपी (BSP) के मतभेद को इस कदम का कारण बताया जा रहा है. सूत्रों की मानें, तो बीएसपी इस बैठक में अपने किसी प्रतिनिधि को भी नहीं भेजेगी.
सीएए के खिलाफ जब विपक्षी दल राष्ट्रपति के पास गए थे, उस वक्त भी बसपा उनके साथ नहीं थी. हालांकि पार्टी ने बाद में इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) से भेंट की थी.
सूत्रों का कहना है कि सोमवार को समान विचारधारा वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक में भी CAA और NRC के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हो सकती है. नागरिकता कानून को लागू होने से रोकने के लिए रणनीति पर भी विचार किया जाएगा.
समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस के नए गठबंधन साझेदार शिवसेना बैठक में शामिल हो सकते हैं. कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) ने पहले ही सीएए और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को वापस लेने की मांग की है. (एजेंसी हिस.)