Home » देश » कानपुर से पकड़ाया "डॉक्‍टर बम", नेपाल भगाने की फिराक में था

कानपुर से पकड़ाया "डॉक्‍टर बम", नेपाल भगाने की फिराक में था

👤 Veer Arjun | Updated on:17 Jan 2020 12:36 PM GMT

कानपुर से पकड़ाया डॉक्‍टर बम, नेपाल भगाने की फिराक में था

Share Post

कानपुर । मुम्बई में साल 1993 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में पैरोल पर छूटने के बाद लापता हुए एक सजायाफ्ता को शुक्रवार को कानपुर से गिरफ्तार किया गया।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने यहां बताया कि राजस्थान की अजमेर केन्द्रीय कारागार से 21 दिन के पैरोल पर छूटा 68 वर्षीय अंसारी गुरुवार को लापता हो गया था। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट मुम्बई के अग्रीपाड़ा थाने में दर्ज करायी गयी थी।

उन्होंने बताया कि अंसारी को कानपुर के फेथफुलगंज क्षेत्र में उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह रेलवे स्टेशन की तरफ जा रहा था। उसके कब्जे से 47780 रुपये, एक पॉकेट डायरी, मोबाइल फोन और आधार कार्ड बरामद किया गया है।

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अंसारी टाइम बम और टीएनटी को डेटोनेट करने का माहिर माना जाता है। वह वर्ष 1993 में मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों समेत 50 से ज्यादा बमकांडों में शामिल था। सिंह ने बताया कि अंसारी के गुमशुदा होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस को पहले ही सतर्क कर दिया गया था, क्योंकि उसके नेपाल के रास्ते देश से फरार हो जाने की आशंका थी।

उन्होंने बताया कि अंसारी को राजस्थान स्थित अजमेर केंद्रीय कारागार से 21 दिनों के पैरोल पर रिहा किया गया था और शुक्रवार को उसे जेल प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण करना था। अधिकारी ने बताया कि पैरोल की अवधि के दौरान अंसारी को रोजाना सुबह साढ़े दस बजे से 12 बजे के बीच अग्रीपाडा थाने आकर हाजिरी लगाने को कहा गया था लेकिन वह गुरुवार को निर्धारित समय पर नहीं पहुंचा।

उन्होंने बताया कि दोपहर को अंसारी का 35 वर्षीय बेट जैद अंसारी पुलिस थाने पहुंचा और पिता के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के मुताबिक जलीस अंसारी तड़के उठा और घरवालों से नमाज पढ़ने की बात कहकर निकला लेकिन वापस नहीं लौटा।

जैद की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा और महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते ने उसको पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है। गौरतलब है कि जलीस को डॉक्टर बम से भी जाना जाता है और आरोप है कि वह सिमी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़ा था और उन्हें बम बनाना सिखाता था।

Share it
Top