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बागी विधायकों ने बढ़ाई आप की मुश्किलें, चुनावी मैदान में देंगे टक्कर

👤 mukesh | Updated on:23 Jan 2020 5:25 AM GMT

बागी विधायकों ने बढ़ाई आप की मुश्किलें, चुनावी मैदान में देंगे टक्कर

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 70 उम्मीदवारों की सूची 14 जनवरी (मंगलवार) को जारी की थी। इसमें पार्टी ने 15 वर्तमान विधायकों के टिकट काट दिए थे। साथ ही नौ नए चेहरे को उम्मीवार बनाया था। अब जिन विधायकों को टिकट कटे उनमें से कुछ बागी हो गए हैं और विपक्षी पार्टियों से जुड़कर आप को टक्कर देंगे। ऐसे में दिल्ली की सात सीटों पर आप उम्मीदवारों को अपने ही पूर्व विधायकों का सामना करना पड़ेगा।

आम आदमी पार्टी के दो बागी विधायकों ने भाजपा का दामन थामा है और दिल्ली के चुनावी रण में ताल भी ठोक रहे हैं। आप के जिन चार बागी विधायकों को भाजपा का साथ मिला उनमें कपिल मिश्रा मॉडल टाउन सीट से उम्मीदवार है। इससे पहले वे 2015 चुनाव में करावल नगर से विधायक चुने गए थे। वहीं अनिल वाजपेयी को भाजपा ने गांधी नगर सीट से टिकट दिया है। जबकि दो अन्य बागी देवेंद्र सेहरावत और वेद प्रकाश को भाजपा ने उम्मीदवार नहीं बनाया है। हालांकि वेद प्रकाश विधायक पद से इस्तीफा देकर बवाना सीट पर उपचुनाव लड़ चुके हैं लेकिन जीत नहीं सके थे।

दो आप विधायक कांग्रेस से लड़ रहे चुनाव

आप के दो बागियों को कांग्रेस ने भी टिकट दिया है। कांग्रेस ने अलका लांबा को चांदनी चौक से और आदर्श शास्त्री को द्वारका सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। केजरीवाल सरकार के प्रति लांबा के हमलावर रुख के कारण आप ने उनसे किनारा किया था। जबकि आम आदमी पार्टी ने आदर्श शास्त्री का टिकट काटकर महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को दिया था, जिस कारण आदर्श शास्त्री कांग्रेस खेमे में चले गये।

सुरेंद्र सिंह एनसीपी और एनडी शर्मा बसपा से उम्मीदवार

दिल्ली कैंट से विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट कटने के बाद उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ज्वाइन कर लिया। नामांकन के आखिरी दिन मंगलवार को आप से इस्तीफा देकर सुरेंद्र सिंह ने एनसीपी का टिकट लेकर चुनावी मैदान में ताल ठोक दी है। वहीं आप से टिकट नहीं मिलने पर बदरपुर से विधायक रहे एनडी शर्मा ने बसपा का दामन थामा और अब उसी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर वहां मैदान में हैं।

दो विधायकों ने निर्दलीय भरा पर्चा

आप ने हरि नगर सीट से विधायक जगदीप सिंह का टिकट काटकर राजकुमारी ढिल्लन को मैदान में उतारा है। इस कारण जगदीप सिंह निर्दलीय नामांकन करके चुनावी मैदान में उतर गए। इस सीट पर कांग्रेस ने सुरेंद्र सेतिया और भाजपा ने तजिंदर सिंह बग्गा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं सीलमुर सीट से विधायक हाजी मोहम्मद इशराक का टिकट कटा तो वो भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़े हो गये हैं।

बागी विधायकों की जगह इन्हें मिला टिकट

आम आदमी पार्टी ने पांच बागी विधायकों की जगह नए चेहरों पर भरोसा जताया है। इसमें सुल्तानपुर मजरा सीट से संदीप कुमार की जगह मुकेश कुमार अहलावत, चांदनी चौक सीट से अलका लाम्बा की जगह प्रहलाद सिंह, बिजवासन से कर्नल देविंदर सहरावत की जगह बीएस जून, गांधीनगर सीट से अनिल कुमार वाजपेयी की जगह नवीन चौधरी और करावल नगर से कपिल मिश्रा की जगह दुर्गेश पाठक को पार्टी ने टिकट दिया है।

आप ने 15 विधायकों के टिकट काटकर इन्हें दिया

आप ने तिमारपुर से मौजूदा विधायक पंकज पुष्कर का टिकट काटकर दिलीप पांडे पर भरोसा जताया है। बवाना से विधायक रामचंद्र की जगह जय भगवान उपकार को टिकट दिया गया। मुंडका से सुखबीर दलाल की जगह धर्मपाल लाकड़ा, पटेल नगर से हजारीलाल चौहान के बजाय राजकुमार आनंद, हरि नगर से जगदीप सिंह की जगह राजकुमारी ढिल्लो, द्वारका से आदर्श शास्त्री की जगह विनय मिश्रा, दिल्ली कैंट से कमांडो सुरेंद्र के बजाय वीरेंद्र सिंह कादियान, राजेंद्र नगर से विजेंद्र की जगह राघव चड्ढा, कालकाजी से अवतार सिंह की जगह आतिशी, बदरपुर से नारायण दत्त शर्मा की जगह राम सिंह नेताजी, और त्रिलोकपुरी से राजू दिन गान के बजाय रोहित कुमार मैहरोलिया को उम्मीदवार बनाया गया। इसके अलावा, कोंडली से मनोज कुमार की जगह कुलदीप कुमार, सीलमपुर से हाजी इशराक की जगह अब्दुल रहमान, गोकुलपुर से चौधरी फतेह सिंह की जगह चौधरी सुरेंद्र कुमार, मटिया महल से आसिम अहमद खान की जगह कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हुए शोएब इकबाल को टिकट दिया गया।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में आठ फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को नतीजे आयेंगे। (एजेंसी हिस.)

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