नहीं खत्म हो रही जेट एयरवेज की परेशानी, नई मुसीबत आई सामने
नई दिल्ली. दिवालिया हो चुकी एयरलाइन जेट एयरवेज वैसे तो रोजाना किसी न किसी बात को लेकर हर दिन सुर्खियों में रहता है. ऐसा ही एक बार फिर हुआ है, जेट एयरवेज एक बार फिर सुर्खियों में है.
दरअसल इनमक टैक्स डिपार्टमेंट ने जेट एयरवेज को लेकर एक बड़ फैसला सुनाते हुए कहा है कि जेट एयरवेज का स्पेशल ऑडिट होना चाहिए. इसके लिए टैक्स डिपार्टमेंट ने ऑर्डर भी जारी कर दिए हैं.
इनमक टैक्स डिपार्टमेंट के ये ऑर्डर जारी करने के पीछे का कारण ये है कि डिपार्टमेंट ने जांच में इस दिवालिया हो चुकी एयरलाइन के अकाउंट्स में कई संदिग्ध ट्रांजैक्शंस पाएं हैं. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक स्पेशल ऑडिट की जिम्मेदारी चार्टर्ड अकाउंटेंसी फर्म शाह ऐंड टापरिया को दी गई है.
इस पूरे मामले को लेकर एक अधिकारी का कहना है कि , 'इन्वेस्टिगेशन की रिपोर्ट में 880 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स से जुड़ी गड़बड़ियों की जानकारी है.
असेसमेंट यूनिट ने 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की बहुत-सी अन्य संदिग्ध ट्रांजैक्शंस पाई हैं. इन ट्रांजैक्शंस की पूरी तरह से जांच कराने की जरूरत है और एक स्पेशल ऑडिट का ऑर्डर दिया गया है.
आपको बता दें कि इससे पहले ईडी ने गोयल को पूछताछ के लिए अपने दफ्तर में बुलाया था. वहां पर ईडी ने गोयल के सामने 19 फर्मों के दस्तावेज रखकर पूछताछ की थी.
इन दस्तावेजों में 14 फर्में भारत में और बाकी विदेश में रजिस्टर्ड हैं. ईडी ने ऐसी विदेशी एंटिटीज के विवरण भी हासिल किए हैं जिनके साथ जेट एयरवेज और इसकी ग्रुप कंपनियों के लीज और मेन्टिनेंस जैसे ऐग्रिमेंट थे. (एजेंसी हिस.)