मुझे हिंदू हृदय सम्राट मत कहो : राज ठाकरे
मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि कोई भी उन्हें हिंदू हृदय सम्राट न कहें। राज ठाकरे ने मनसे पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि सिर्फ शिवसेना प्रमुख ही हिंदू हृदय सम्राट हैं, उनकी जगह कोई नहीं ले सकता।
सोमवार को बांद्रा स्थित रंगशारदा सभागृह में मनसे पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में नौ फरवरी को मनसे की ओर निकाले जाने वाले विरोध मोर्चा की तैयारी की जा रही है। इस बैठक की घोषणा खुद राज ठाकरे ने 23 जनवरी को मनसे के महाधिवेशन में की थी। बैठक में देश में चल रहे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का जवाब देने की तैयारी मनसे की ओर से की जा रही है। सोमवार को राजठाकरे बैठक में पहुंचने ने बाद पदाधिकारियों को विरोध मोर्चा के संबंध में आवश्यक निर्देश दिया है। इस बैठक में ही राज ठाकरे ने मनसे पदाधिकारियों को कहा कि वह हिंदू हृदय सम्राट नहीं हैं, इसीलिए उन्हें इस पद से न जोड़ा जाए। इसके बाद राज ठाकरे बैठक से चले गए। बताया जा रहा है कि राज ठाकरे को गले में तकलीफ हो रही थी, इसी वजह से वह बैठक के बाद सीधे डॉक्टर के पास गए।
उल्लेखनीय है कि इस समय सीएए का जोरदार विरोध किया जा रहा है। जबकि राज ठाकरे ने महाधिवेशन में कहा था कि देश में रह रहे बांग्लादेशियों व पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल उनके देश भेजा जाना चाहिए। साथ ही केंद्र सरकार को तत्काल समझौता एक्सप्रेस बंद करवाना चाहिए। राज ठाकरे ने केंद्र सरकार की ओर लाए गए सीएए व एनआरसी का जोरदार समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि इस कानून का जिस तरीके से विरोध किया जा रहा है, इसके खिलाफ नौ फरवरी को मनसे मुंबई के आजाद मैदान में विरोध मोर्चा निकालेगा।