महाराष्ट्र: बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष का हंगामा, दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में सोमवार को विपक्ष ने किसानों की कर्जमाफी, महिलाओं पर अत्याचार आदि को लेकर जमकर हंगामा किया, जिसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने स्थगन प्रस्ताव रखते हुए सरकार से इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की। विपक्ष के हंगामे के बीच पूरक मांग और अध्यादेश सदन में पेश किए गए। हंगामें के बीच कामकाज पूरा करने के बाद सरकार ने शोक प्रस्ताव रखा। शोक प्रस्ताव पूरा होने के बाद सदन का कामकाज मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि किसान बजट सत्र की ओर आशा की नजर से देख रहा है। सरकार को अपनी घोषणाएं पूरी करनी चाहिए। सरकार ने किसानों के लिए 25-30 हजार रुपए मदद का ऐलान किया था लेकिन किसानों को पैसे नहीं मिले हैं।
फडणवीस ने किसानों का 7/12 कोरा करने की मांग की। साथ ही उन्होंने राज्य में एक के बाद एक सामने आ रहे महिला अत्याचारों का मुद्दा भी उठाया। स्थगन प्रस्ताव स्वीकार न किए जाने पर नाराज विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामें और शोर शराबे के बीच ही अध्यादेश और 2019-20 की पूरक मांगे और 2014-15, 2015-16 और 2016-17 के अतिरिक्त खर्च की मांग भी सदन के सामने पेश की गईं। विधानसभा के पूर्व सदस्यों पुष्पसेन सावंत, किसनराव राऊत को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले विपक्षी नेताओं ने विधानमंडल की सीढ़ियों पर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों को राहत देने की मांग की थी। (एजेंसी हिस.)