कांग्रेस ने गृहमंत्री व एनआईए प्रमुख का मांगा इस्तीफा, यूसुफ चोपान की जमानत पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। कांग्रेस ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी यूसुफ चोपान को जमानत मिलने के मुद्दे पर केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा किया है। साथ ही गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) प्रमुख के इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस मुख्यालय में शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि पुलवामा हमले की साजिश के एक आरोपित को जमानत मिल जाती है क्योंकि एनआईए निर्धारित वैधानिक अवधि में आरोप पत्र दायर करने में विफल रहती है। एनआईए स्पष्टीकरण देती है कि पर्याप्त सबूत न होने के कारण आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि आखिर ऐसा कैसे संभव है कि जिस व्यक्ति को पुलवामा हमले के साजिशकर्ता के तौर पर 180 दिन हिरासत में रखा गया, अचानक उसे जमानत मिल जाती है। क्या यह जैश-ए-मोहम्मद को क्लीन चिट देना नहीं हुआ। या फिर सरकार मानती है जैश-ए-मोहम्मद संसद भवन या पुलवामा हमले के लिए जिम्मेदार नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव और हालिया दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था, 'आप पहले वोट किसको देंगे, पुलवामा के शहीदों को...।' अब वोट लेने के बाद शहीदों को क्यों भुला दिया गया। क्या ये राष्ट्रद्रोह का सबसे खराब उदाहरण नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र या तो यह मान ले कि वो अक्षम है या उनके नेता झूठ बोलने के दोषी हैं। इस दौरान सवालिया लहजे में सिंघवी ने कहा कि जब चोपान जैसे आतंकियों को क्लीन चिट दी जा रही है तो सरकार जैश-ए-मोहम्मद के कैसे निपटेगी। (एजेंसी हिस.)