आज से विलय होने जा रहे हैं ये बैंक, जानिए आप पर कैसे पड़ेगा असर
नई दिल्ली. आज यानी की 1 अप्रैल से सार्वजनिक क्षेत्र के 6 बैंकों का वियल हो चुका है. ये विलय अलग-अलग 4 बैंकों में हुआ है. अगले तीन वर्ष के दौरान इस विलय के जरिए बैंकों को 2,500 करोड़ रुपये का लाभ होने का अनुमान है. विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकारी क्षेत्र में अब 7 बड़े और 5 छोटे बैंक रह जाएंगे.
साल 2017 तक देश में सार्वजनिक क्षेत्र के 27 बैंक परिचालन में थे. वहीं अब 1 अप्रैल यानि आज से देश में सरकारी बैंकों की संख्या 18 से घटकर 12 रह जाएगी.
बैंकिंग सेक्टर से जुड़े जानकारों का कहना है कि विलय के बाद विलय होने वाले बैंकों के ग्राहकों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल कस्टमर्स को नया अकाउंट नंबर और कस्टमर आईडी जारी हो सकता है. नया अकाउंट नंबर मिलने पर आयकर विभाग, इंश्योरेंस कंपनी, MF और NPS आदि में अपडेट कराना होगा.
ग्राहकों को लोन की EMI या SIP के लिए नया फॉर्म भरना पड़ सकता है. नया चेकबुक, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड जारी हो सकता है . FD, रेकरिंग डिपॉजिट (RD) पर मिलने वाले ब्याज में कोई बदलाव नहीं होगा. वहीं जिस ब्याज पर होम, पर्सनल और व्हीकल लोन लिया है उसमें बदलाव नहीं होगा. कुछ ब्रांच के बंद होने पर कस्टमर्स को नई शाखाओं पर जाना पड़ सकता है.
कौन से बैंक किस में हुए विलय-
पंजाब नेशनल बैंक+यूनाइटेड बैंक+ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स- (पंजाब नेशनल बैंक)
केनरा बैंक (Canara Bank)+सिंडिकेट बैंक – (केनरा बैंक)
इंडियन बैंक+इलाहाबाद बैंक – (इंडियन बैंक)
यूनियन बैंक+आंध्रा बैंक+कॉरपोरेशन बैंक- (यूनियन बैंक) (एजेंसी हिस.)