तबलीगी जमात का ये तालिबानी जुर्म, माफी के लायक नहीं-मुख्तार अब्बास नकवी
नई दिल्ली. दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन (Hazrat Nizamuddin) से तब्लीगी मरकज (Tablighi Markaz) में आए 24 के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सरकार अलर्ट पर है. इस मामले के सामने आने के बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है.
अब्बास ने कहा है कि तब्लीगी जमात के इस कृत्य को तालिबानी है. उन्होंने कहा कि ये एक तालिबानी जुर्म है, जिसकी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. साथ ही नकबी ने Tweet करते हुए कहा तबलीगी जमात ने इतने लोगों को एक साख इकट्ठा करके 'तालिबानी गुनाह' किया है उसके पाप माफी के लायक नहीं हैं.
बता दें अभी तक इस जमात में शामिल लोगों में से 441 लोगों में कोरोना में लक्षण पाए गए हैं. नकवी ने तीखी प्रक्रिया देते हुए कहा कि तबलीगी जमात का तालिबानी जुर्म. ये लापरवाही नहीं, गम्भीर आपराधिक हरकत है. जब पूरा देश एक जुट होकर कोरोना से लड़ रहा है तो ऐसे गंभीर गुनाह को माफ नहीं किया जा सकता. जानबूझकर इस तरह की चीज़ों को किया गया है.
मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) कई धर्म गुरुओं के बयानों को भी ट्वीट भी कर रहे हैं. जिसमें वो आम लोगों से कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए घर में रहने की अपील कर रहे हैं,
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए पूरे भारत में जनता कर्फ्यू की घोषणा करने से एक दिन पहले 21 मार्च को तब्लीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज में 1,746 लोग थे जिनमें 261 विदेशी नागरिक शामिल थे.
दिल्ली के निज़ामुद्दीन इलाके में मौजूद तबलीगी ज़मात के मरकज़ में दुनिया के अलग-अलग इलाकों से लोग आए थे. यहां कार्यक्रम में शामिल होने के बाद करीब 1000 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में चले गए हैं, जिन्हें ढूंढने का काम जारी है. (एजेंसी हिस.)