अखिलेश ने उप्र में श्रमिकों के लिए आयोग गठन की तैयारियों पर उठाये सवाल
लखनऊ। देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों की संख्या में प्रदेश पहुंचे प्रवासी कामगारों, श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के लिए योगी सरकार श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) कल्याण आयोग के गठन की तैयारी में जुट गई है। वहीं इसे लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधा है।
अखिलेश ने मंगलवार को ट्वीट किया कि अब श्रमिकों के लिए नया आयोग बनाया जा रहा है जबकि 'एम्पलॉयमेन्ट एक्सचेंज' पहले से है। चाहे नीति आयोग हो, नया कोष या अब ये श्रम का विषय, जो है उसका उपयोग न करके हर एक मुद्दे पर कुछ नया बनाने का प्रयास क्यों। ये सरकार का अपनी असफलताओं से ध्यान हटाने का तरीका व जन-धन का अपव्यय है।
अखिलेश यादव प्रवासी कामगारों के मुद्दे पर लगातार सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि जो श्रमिक दूसरे प्रांतों से आ गए हैं, उनकी रोजी और पुनर्वास के मामले में भी अभी केवल कागजी फाइलें चलाई जा रही हैं। ठोस में कुछ भी नहीं हो रहा है। भाजपा सरकार ने श्रमिकों के सुख-दुःख एवं पुनर्वास के मामले में घोर अक्षमता प्रदर्शित की है। श्रमिक भूखे-प्यासे सैकड़ों किलामीटर पैदल चल रहे हैं, उनके खाने-पीने की व्यवस्था के सरकारी दावे झूठे साबित हो रहे हैं।
वहीं योगी सरकार ने श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के लिए उनकी स्किल मैपिंग कर पहली सूची तैयार कर ली है। अब तक 16 लाख प्रवासी श्रमिकों और कामगारों की स्किल मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। राज्य में अभी तक 24 लाख से अधिक लोगों ने उत्तर प्रदेश का रुख किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का उदेश्य है कि हर हाथ को काम मिले, इसके लिए हमारा प्रयास जारी है। उन्होंने कामगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए जनपद स्तर पर जिला सेवायोजन कार्यालय की उपयोगिता को पुर्नस्थापित करने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कामगारों के लिए एमएसएमई सेक्टर, 'एक जनपद, एक उत्पाद' योजना तथा 'विश्वकर्मा श्रम सम्मान' योजना में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। इसी प्रकार कृषि, डेयरी, पशुपालन आदि से जुड़ी गतिविधियों में भी रोजगार की बड़ी सम्भावनाएं हैं। रोजगार की दृष्टि से कामगारों को इन सेक्टरों से जोड़ने की कार्यवाही की जाए। कामगारों की दक्षता का विवरण संकलित करने के लिए स्किल मैपिंग का कार्य निरन्तर जारी रखा जाए।
प्रवासी कामगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने इस बार बरसात के मौसम में भी मनरेगा से जुड़े कार्य जारी रखने को कहा है। इस दौरान पौधारोपण सहित ऐसे कार्य कराये जायेंगे,जो बरसात में हो सकते हैं। आमतौर पर बरसात में मनरेगा के कार्य रोक दिये जाते हैं। (एजेंसी, हि.स.)