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हिमाचल प्रदेश में कोरोना से हालात चिंताजनक, ग्रामीण क्षेत्रों को चपेट में ले रहा वायरस

👤 Veer Arjun | Updated on:2 Dec 2020 7:45 AM GMT

हिमाचल प्रदेश में कोरोना से हालात चिंताजनक, ग्रामीण क्षेत्रों को चपेट में ले रहा वायरस

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शिमला । हिमाचल प्रदेश में कोरोना से हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। प्रदेश सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा और इस महामारी से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। पिछले एक माह में कोरोना मरीजों की दर में उछाल आया है। एक माह के अंदर कोरोना संक्रमण की दर में दो फीसदी की बढ़ौतरी हुई। नवम्बर माह में जितने कोरोना टेस्ट किए गए, उनमें से 13.58 फीसदी लोग पॉजिटिव आए हैं। राज्य में कोरोना का पहला मामला मार्च माह के दूसरे पख्वाड़े में सामने आया था और तब से लेकर ये अब तक का सबसे ज्यादा कोरोना रेट है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक नवम्बर माह में प्रदेश में 1,35853 टैस्ट हुए हैं। इनमें 18,459 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। नवम्बर में पाजिटिव मामलों में भारी बढ़ौतरी के कारण राज्य में कोरोना की संक्रमण दर 5.60 से बढ़कर 7.60 फीसदी पहुंच गई है। अब तक प्रदेश में कोरोना के 5,34894 टैस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें 4 लाख 93 हजार 56 की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है।

राज्य के चार जिलों में कोरोनो को लेकर हालात चिंताजनक हैं। इनमें शिमला, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिला शामिल हैं। अहम बात यह है कि इन जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों को भी कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। गांव में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण ने अब सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।

शिमला में कोरोना से हालात विस्फोटक हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों से यहां रोजाना कोरोना का विस्फोट हो रहा है। शिमला में गत एक माह में करीब पांच हजार नए मामले मिले हैं। इस तरह महज 30 दिनों में शिमला जिला में संक्रमण की दर 65 फीसदी बढ़ गई है। पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों का जिक्र करें तो लगभग दो हजार के करीब पॉजिटिव केस पाए गए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने शिमला में संक्रमण की संख्या को रोकना चुनौती साबित हो रहा है। अप्पर शिमला के रामपुर व रोहड़ू क्षेत्रों में कोरोना का जबरदस्त प्रकोप है। शिमला जिला के रामपुर के ननखड़ी और रोहडू में कोरोना अस्पताल बनाए जाने की तैयारी कर रही है, जिससे बर्फबारी में किन्नौर व लाहौल-स्पीति जिलों के मरीजों को सुविधा मिले।

स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य भर में अब तक कोरोना के 41,227 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें सक्रिय मामले 8,218 सक्रिय मामले हैं। 32,309 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं। राज्य में कोरोना की रिकवरी रेट 78 फीसदी है। कोरोना से प्रदेश में 656 लोगो की जान गई है। कोरोना संक्रमण के लिहाज से शिमला जिला टाप पर है, जहां 7,456 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं 168 मरीजों की मृत्यु हुई है। शिमला के बाद मंडी में 6,697, कांगड़ा में 5,392 और कुल्लू जिला में 3,618 मामलों की पुष्टि हुई है। लाहौल-स्पीति में संक्रमितों की संख्या 1,087 है।

गौर हो कि कोरोना के खौंफ को देखते हुए प्रदेश सरकार शिमला, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में रात्रि कफर्यू का ऐलान कर चुकी है। समाजिक समारोहों में लोगों के जमा होने की संख्या को 200 से घटाकर 50 कर दिया गया है। गत दिवस सरकार ने हिमाचल विधानसभा के धर्मशाला में 7 से 11 दिसम्बर तक होने वाले पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र को भी रद्द करने का बड़ा फैसला लिया। साथ समाजिक समारोहों के आयोजना के लिए परमिट व्‍यवस्‍था भी शुरू की है।

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