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किसान आंदोलन के चलते एनएच-9 बंद होने से अन्य मार्गों पर वाहनों का दबाव, वायु प्रदूषण और बढ़ा

👤 Veer Arjun | Updated on:20 Dec 2020 8:07 AM GMT

किसान आंदोलन के चलते एनएच-9 बंद होने से अन्य मार्गों पर वाहनों का दबाव, वायु प्रदूषण और बढ़ा

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गाजियाबाद । किसान आंदोलन के कारण इन दिनों एनएच 9 (24) बंद से गाजियाबाद के वैकल्पिक मार्गों पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। इस कारण वायु प्रदूषण में काफी इजाफा हो रहा है। जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय ने प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती के आदेश दिए हैं। साथ ही लोगों से वाहनों को कम से कम सड़क पर लाने और कार पूलिंग की सलाह दी है।

दरअसल ग्रेप के अंतर्गत दिल्ली एनसीआर में पीएम-10 की मात्रा 212.5 तथा एमपी-2.5 की मात्रा 125.3 पाई गई। जिलाधिकारी ने संबधित विभागों को सीवियर श्रेणी के बिंदुओं के मद्देनजर कार्य करने को कहा है।

किसान आंदोलन के चलते इन दिनों एनएच 9 आदि मार्ग बाधित है जिससे अन्य मार्गों पर रूट डायवर्जन किया गया है। इन मार्गों पर वाहनों का भार बढ़ने के कारण वायु प्रदूषण भी बढ़ा है।

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में विभिन्न स्थानों पर कूड़े के भंडारण, उसमें लगने वाली आग से क्षेत्रीय स्तर पर भी वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। जिलाधिकारी ने नगर निगम व सभी नगर पालिका परिषदों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे समय से कूड़ा उठाते समय नियमों का पालन करें और कूडे़ में आग बिल्कुल भी न लगने दें। यदि कोई व्यक्ति या संस्था कूड़े में आग लगाती पकड़ी जाए तो उसपर जुर्माना लगाते हुए उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। जहां कूड़ा जलाया जाए, वहां के भूस्वामी को भी इसके लिए उत्तरदायी माना जाए। जगह-जगह पड़ी निर्माण सामग्री पर पानी का छिड़काव कराया जाए। उन्होंने निजी परियोजनाओं के प्रबंधकों को भी निर्देशित किया कि वे जरूरी जल छिड़काव व एंटी स्माॅग गन का इस्तेमाल करें। खुले में निर्माण सामग्री विक्रय करने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करे।

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