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किसानों का जत्था 7 जनवरी को रायपुर से दिल्ली के लिए होगा रवाना

👤 Veer Arjun | Updated on:4 Jan 2021 8:09 AM GMT

किसानों का जत्था 7 जनवरी को रायपुर से दिल्ली के लिए होगा रवाना

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रायपुर । अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के साथ एकजुटता कायम करने के लिये छत्तीसगढ़ से किसानों का जत्था 07 जनवरी को राजधानी रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना होगा।

पिछले दिनों छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ से जुड़े संगठनों की कचहरी चौक रायपुर में सम्पन्न हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था। बैठक की अध्यक्षता जिला किसान संघ बालोद के संरक्षक व पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर तथा संचालन अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के राज्य सचिव तेजराम विद्रोही ने किया था। किसान आंदोलन की समीक्षा के लिए आधार वक्तव्य कृषक बिरादरी के संयोजक डॉ संकेत ठाकुर ने रखा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि 4 जनवरी को केंद्र सरकार के साथ किसानों की होने वाली बैठक के बाद तीनों कानून वापस नहीं लिये जाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य गारण्टी कानून नहीं बनाए जाने पर अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति व संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में ,दिल्ली सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के साथ एकजुटता कायम करने ,छत्तीसगढ़ से 1000 किसानों का जत्था 7 जनवरी को राजधानी रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना होगा ।

प्रदेश के किसानों को इन कानूनों से अवगत कराने को 08 से 22 जनवरी तक 'खेती बचाओ' यात्रा प्रदेश के सभी धान खरीदी केन्द्रों में चलाई जाएगी । यह यात्रा 22 सितम्बर 2020 को किसान महासंघ से सम्बद्ध संयुक्त किसान मोर्चा धमतरी से जारी खेती बचाओ आंदोलन का राज्यव्यापी स्वरूप होगा। 23 जनवरी को देशव्यापी किसान आंदोलन के आह्वान पर राजभवन मार्च होगा तथा 24 जनवरी को दूसरा जत्था दिल्ली के लिए रवाना होगा। जो 26 जनवरी को दिल्ली के ट्रैक्टर रैली एवं किसानों द्वारा आयोजित परेड में शामिल होगा ।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कॉरपोरेट परस्त व किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी तीनों कानून वापस लिए जाएं तथा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप न्यूनतम समर्थन मूल्य गारण्टी कानून पारित किया जाए। प्रदेश में किसानों की धान खरीदी पर हो रही कठिनाइयों पर भी व्यापक चर्चा की गई जिसमें 'खेती बचाओ' यात्रा के दौरान इन कठिनाइयों के विरुद्ध मोर्चा खोल धान खरीदी को सुचारू रूप से जारी रखने, राज्य सरकार को बाध्य करने का निर्णय लिया गया है।

बैठक में राजधानी प्रभावित किसान कल्याण संघर्ष समिति के अध्यक्ष रूपन चन्द्राकर, नदी घाटी मोर्चा के संयोजक गौतम बंद्योपाध्याय, आदिवासी भारत महासभा के सौरा यादव, किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुंद से जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, तत्पर के संयोजक एवं पूर्व विधायक वीरेन्द्र पाण्डेय, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के उपाध्यक्ष मदन लाल साहू आदि उपस्थित रहे।

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