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संजय राउत, अनिल देशमुख और नवाब मलिक एक ही जेल में है बंद, जानिए क्‍या हैं आरोप

👤 mukesh | Updated on:14 Aug 2022 6:33 AM GMT

संजय राउत, अनिल देशमुख और नवाब मलिक एक ही जेल में है बंद, जानिए क्‍या हैं आरोप

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मुंबई । एनसीपी नेता अनिल देशमुख (Anil Deshmukh), नवाब मलिक (Nawab Malik) और शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) तीनों ही मुंबई (Mumbai) की आर्थर रोड जेल (Arthur Road Jail) में बंद हैं। सुरक्षा कारणों के चलते तीनों नेताओं को अलग-अलग सेल में रखा गया है। इन सभी को टीवी, कैरम, किताबें और दूसरी जरूरी चीजें उनके बैरक में मुहैया कराई गई हैं।

नवाब मलिक को इसी साल फरवरी में मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह कुर्ला में क्रिटिक केयर हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट हैं। बीते दो महीने से मलिक इस प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती हैं। मलिक को ईडी ने गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों से जुड़े संपत्ति सौदे में गिरफ्तार किया गया था, जो आर्थर रोड जेल में कैदी नंबर 4622 हैं।

तीनों को जेल में हर महीने मिलते हैं 6,000 रुपये

जेल के अन्य कैदियों की तरह ही इन तीनों नेताओं को भी हर महीने 6,000 रुपये का मनी ऑर्डर मिलता है। इस पैसे से ये लोग जेल के भीतर अपने लिए जरूरी वस्तुएं खरीदते हैं। संजय राउत को ईडी ने पात्रा चॉल लैंड स्कैम केस में 1 अगस्त को गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल अंडरट्रायल नंबर 8959 के तौर पर आर्थर रोड जेल में बंद हैं।

सुरक्षा कारणों के चलते अलग-अलग बैरक में रखा गया

संजय राउत को सुरक्षा कारणों के चलते एक अलग बैरक में रखा गया है। जेल प्रशासन से उनकी मांग के बाद उन्हें नोटबुक और कलम दी गई है। वह पढ़ने के लिए जेल की लाइब्रेरी से किताबें लेते हैं। अगर वह किताब लिखते भी हैं तो उनका यह काम अभी जेल के कैदियों तक ही सीमित रहेगा, बाहर नहीं जा सकता है।

22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में हैं संजय राउत

मुंबई कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद शिवसेना सांसद को घर पर बना खाना भी मिल रहा है। 8 अगस्त को सुनवाई के दौरान अदालत ने उन्हें 22 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद से ही वह आर्थर रोड जेल में बंद हैं।

अनिल देशमुख को घर के खाने की इजाजत नहीं

अनिल देशमुख की गिरफ्तारी पिछले साल 1 नवंबर को हुई थी। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह ने उन पर रंगदारी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए थे, इसी मामले में उन्हें को गिरफ्तार किया गया। मलिक और राउत की तरह देशमुख को कोर्ट ने घर का खाना मुहैया कराने की इजाजत नहीं दी है। जेल में मिलने वाला भोजन ही उन्हें खाना होता है। हालांकि, उन्हें एक अलग बैरक में बेड, कैरम और टीवी दी गई है।

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