रोविंग सर्जिकल रोबोट द विंसी ने लुधियाना डीएमसी में दी दस्तक
लुधियाना, (राजकुमार)। लुधियाना के कैंसर सर्जन्स को कंप्यूटर असिस्टिड सर्जरी के गुर सिखाने के लिए शहर में पहली बार रोबोट की मदद से सर्जरी करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस काम की शुरूआत हुई है दयानंद मेडिकल कॉलेज व अस्पताल से। सर्जरी रोबोट को यहां लगाया गया है और सर्जन्स को मरीज के शरीर में मौजूद माहीन से माहीन नसों में कैंसर सर्जरी करने में यह रोबोट सहायता दे रहा है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि कैंसर के केसों में बिना बड़ा कट लगाए और बिना ज्यादा खून बहाने के साथ साथ स्वस्थ टिश्यू को बिना चोट पहुंचाए रोबोट सर्जरी की मदद से कैंसर पभावित जगह की सर्जरी की जा सकती है। फिलहाल पंजाब में ऐसे दो रोबोट पीजीआई चंडीगढ़ और फोर्टिस मोहाली में मौजूद हैं। द रोविंग रोबोट लुधियाना में 20 सप्ताहों के टूअर करके पहुंचा है जिसमें देहरादून, ऋषिकेश, मुजफ्फरनगर, भोपाल, इंदौर, रायपुर, भुवनेश्वर, कट्टक, विशाखापट्टनम, राजामुंदरी, विजयावाड़ा, तिरुपति, ट्राइची, मदूराई, मैंगलोरु, जोधपुर शहर शामिल है। रोविंग रोबोट को यह पोजेक्ट वत्तीकुती टेक्नोलॉजी, द विंसी सर्जिकल रोबोट्स के डिस्ट्रीब्यूटर और वत्तीकुती फाऊंडेशन के सहयोग से यह काम कर रहा है। वत्तीकुती टेक्नोलॉजी के सीईओ गोपाल चत्रढवर्ती ने बताया कि इस रोबोट की मदद से एक सर्जन उन जगहों पर सर्जरी कर सकते हैं जहां ह्यूमन के हाथ का पहुंचना नामुमकिन है। इस हाई डेफिनेशन विजन होने के साथ इसकी जक्वूम कैपेसिटी दस गुना ज्यादा है जिससे सर्जन छोटी सी छोटी नस को भी आसानी से देख सकते है। इससे मरीज का सर्जरी के बाद अस्पताल में समय काफी कम हो जाता है और उसकी रिकवरी पुरानी सर्जरी तकनीकों की अपेक्षा में काफी जल्दी होती है। डीएमसी के गैस्ट्रोइंटेस्टिनल सर्जन डॉ. सतपाल सिंह विर्क ने बताया कि इस तकनीक की मदद से मरीजों को सबसे अधिक फायदा होगा। एक तो मरीज का ट्रैवल का समय बचेगा जो मरीज मोहाली, चंडीगढ़ से या दिल्ली से आते हैं , उनके पास इस सुविधा होने से उन्हें दूसरे शहर जाकर इलाज लेने की जरूरत नहीं होगी दूसरा इस तकनीक से थोरेसिक, यूरोलॉजी, गायनी, पीडियाट्रिक्स, जनरल सर्जरी जैसे कईं विभागों में सर्जरी की तकनीक एडवांस होने से डॉक्टर व मरीज दोनों को अद्भूत सुविधा मिलेगी। लुधियाना में यह सुविधा डीएमसी अस्पताल के अलावा एसपीएस अस्पताल में 21 नवंबर से लेकर 22 नवंबर तक रहेगी जिसमें सभी डॉक्टरों, सर्जनों को इस तकनीक से अवगत कराया जाएगा और साथ में इस पर काम करना भी सिखाया जाएगा। द विंसी रोवोट शरीर में मौजूद सभी तरह के कैंसरों की सर्जरी करने में सक्षम है।