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ऊर्जा संरक्षण के प्रति जनता में जागरूकता बढ़ी-श्रीमत पांडे

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:15 Dec 2017 4:51 PM GMT
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वीर अर्जुन संवाददाता

जयपुर। प्रदेश में ऊर्जा के दक्ष उपयोग से ऊर्जा बचत करने वाले उद्यमियों, संस्थानों, व्यक्तियों आदि को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यहा इंद्रलोक ऑडिटोरियम भटृारक जी की नसियां, में राज्य स्तरीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। सामारोह के मुख्य अतिथि राज. डिस्कॉमस के अध्यक्ष श्री श्रीमत पांडे ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण के प्रति जनता में जागरूकता में तेजी से वृद्वि हो रही है, जिससे प्रदेश में निरंतर रूप से ऊर्जा की बचत को प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पर्याप्त मात्रा में बंजर सस्ती भूमि कि उपलब्धता एवं सूर्य की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध विकिरणों के कारण प्रदेश में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन कि व्यापक संभावनाऐं मौजूद है। श्री पाण्डें ने कहा की प्रदेश में सौर ऊर्जा से उत्पादित विद्युत 2.44 रुपये प्रति यूनिट कि दर से सौर ऊर्जा उत्पादकों द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है जो कि परम्परागत ऊर्जा स्त्रोतों से प्राप्त विद्युत दर कि अपेक्षा कम है। समारोह के विशिष्ठ अतिथि जयपुर विद्युत वित्तरण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री आर.जी. गुप्ता ने इस अवसर पर बताया कि ऊर्जा दक्ष उपकरणों की प्राम्भिक लागत सामान्य उपकरणों कि अपेक्षा अधिक है किन्तु उनके भावी परिणाम काफी सुखद पूर्वक है। इस अवसर पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा के प्रबन्ध निदेशक श्री बी.के. दोसी ने आगन्तुकों का आभार व्यक्त करते ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार में प्रतिभागीयों द्वारा बढ चढकर भाग लेने हेतु अद्यमियों को धन्यवाद ज्ञापित किया । श्री दोसी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सामान्य लाईटों को एल.ई.डी. लाईट में परिवर्तित करवाये जाने हेतु अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश में स्टार रेटेड ए.सी., पंखे. लाईटस आदि उपकरणों के उपयोग को तीव्र गति से प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश मेें राज्य सरकार द्वारा ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता भी लागू कि गई है।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा के महाप्रबन्धक श्री सुनित माथुर द्वारा अपने स्वागत उद्बोधन में अवगत करवाया कि प्रदेश में 2009 से राज्य स्तरीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कारों प्रारंभ किया गया। विगत वर्ष में प्रदेश में विभिन्न उधोगों, संस्थानों, व्यक्तियों द्वारा 2223.31 लाख किलोवॉट प्रतिघंटा विघुत, 73660.41 मीट्रिक टन कोयला, 528.86 किलोलीटर तेल एवं 77.68 लाख न्यूटनधन मीटर गैस की बचत की गई।
आठवें राज्य स्तरीय ऊर्जा पुरस्कारों के विजेता-बड़े वर्ग के सीमेन्ट क्षेत्रा में प्रथम पुरस्कार श्री सीमेंट लि0 ब्यावर को- जिन्होंने ऊर्जा संरक्षण के उपायों द्वारा इन्होंने गत वर्ष में 93.00 लाख यूनिटों एवं 15884 डज् कोयले का संरक्षण किया। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग प्रतिशत में भी सर्वाधिक कटौती की है। सीमेन्ट क्षेत्रा में ही द्वितीय पुरस्कार जे.के.सीमेंट वक्र्स मांगरोल को, जिन्होने 77.82 लाख यूनिट एवं 18001 डज् कोयले का संरक्षण किया। पावर प्लंाट के क्षेत्रा में प्रथम पुरस्कार बरसिंहसर थर्मल पावर स्टेशन, छस्ब् प्दकपं स्जकण् को। इन्होंने अपने उत्कृष्ठ संरक्षण कार्यों द्वारा 34.45 लाख यूनिट की बचत की। इसके अतिरिक्त हीट रेट में सर्वाधिक कटौती की है। पावर प्लंाट के क्षेत्रा में ही द्वितीय पुरस्कार अंता गैस पावर स्टेशन, छज्च्ब् स्जकण् को। इन्होंने अपने उत्कृष्ठ संरक्षण कार्यों द्वारा 22.98 लाख यूनिट एंव 8.33 लाख न्यूटन मीटर क्यूब गैस की बचत की। बड़े वर्ग के टैक्सटाइल-स्पिनिंग क्षेत्रा में प्रथम पुरस्कार आर.एस.डब्ल्यू.एम लि0, लोढा, बांसवाडा को। इन्होंने गत वर्ष में 14.32 लाख यूनिट की बचत की है। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग प्रतिशत में भी सर्वाधिक कटौती की है। बड़े वर्ग के ही टैक्सटाइल इण्डस्ट्री-र्डाइंग क्षेत्रा में प्रथम पुरस्कार सर्वोदय इंडिया लि0 भीलवाड़ा को। इन्होंने अपने उत्कृष्ठ ऊर्जा बचत कार्यों द्वारा 1.20 लाख यूनिट का संरक्षण किया। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग में भी सर्वाधिक 19.15 प्रतिशत की कटौती की है। बड़े वर्ग के टैक्सटाइल-डाईंग क्षेत्रा में द्वितीय पुरस्कार आर.एस.डब्ल्यू.एम लि0,फेब्रिक डिविजन, मोरडी को। आर.एस.डब्ल्यू.एम लि0, फेब्रिक डीविजन,मोरडीे ने गत वर्ष में विशिष्ट ऊर्जा उपभोग में 18.68 प्रतिशत की दूसरी सर्वाधिक कटौती की है। माईनिग क्षेत्रा में हिन्दुस्तान जिंक लि0,रामपुरा अगुचा माईन्स, को प्रथम पुरस्कार- इन्होने 39.94 लाख विद्युत यूनिट का संरक्षण कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग में भी 8.85 प्रतिशत की सर्वाधिक कटौती की है। माईनिग क्षेत्रा में द्वितीय पुरस्कार हिन्दुस्तान जिंक लि0, सिंदेसर खुर्द माईन्स,। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग में भी 4.88 प्रतिशत की कटौती की है। टायर क्षेत्रा में प्रथम पुरस्कार बाल कृष्ण इण्डस्ट्रीज लि0, चौपानकी, को- इन्होंने 18.5 लाख विद्युत यूनिटों एवं 67 डज् कोयले की बचत की। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग प्रतिशत में भी सर्वाधिक कटौती की है।लार्ज स्केल इण्डस्ट्रीज (जनरल) के क्षेत्रा में प्रथम पुरस्कार रेलवे केरिएज़ वर्कशॅाप,जोधपुर- इन्होंने 36000 यूनिटों की बचत कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग प्रतिशत में भी सर्वाधिक कटौती की है। लार्ज स्केल इण्डस्ट्रीज (जनरल) श्रेणी मे द्वितीय पुरस्कार केरिएज एण्ड वेगन वर्कशाप, बीकानेर को-इन्होंने 6400 यूनिटों की बचत कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।ओटोमोबाईल के क्षेत्रा मे प्रथम पुरस्कार बॉश लि0 जयपुर को- इन्होंने 11.16 लाख यूनिटों की बचत कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग प्रतिशत में भी सर्वाधिक कटौती की है।स्मॉल स्केल इण्डस्ट्री (फाउण्ड्री) श्रेणी मे प्रथम पुरस्कार यूनिर्वसल ऑटो फाउण्ड्री लि0,जयपुर को-इन्होंने 3.75 लाख यूनिटों की बचत कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। स्मॉल स्केल इण्डस्ट्री (जनरल) क्षेत्रा मे प्रथम पुरस्कार ग्लोबटेेक इंजीनियर्स एण्ड कंसल्टेंट, जयपुर को- इन्होंने 34,500 यूनिटों की बचत कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग में भी 27.72 प्रतिशत की सर्वाधिक कटौती की है। स्माल स्केल इण्डस्ट्री (जनरल) के क्षेत्रा मे द्वितीय पुरस्कार उत्तम (भारत) इलेक्ट्रिकल्स प्रा0 लि0, यूनिट-2,जयपुर को-इसके अतिरिक्त विशिष्ट ऊर्जा उपभोग में भी 16.74 प्रतिशत की कटौती की है। भवन वर्ग की सरकारी भवन श्रेणी में प्रथम पुरस्कार राजस्थान इलैक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लि0,जयपुर को-जिन्होंने गत वर्ष में 70000 विद्युत यूनिटों की बचत की।

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