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फतेहपुर-झुंझुनूं वाया मंडावा एनएच-11 के लिए 116 करोड़ की स्वीकृति

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:17 Dec 2017 4:39 PM GMT
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वीर अर्जुन संवाददाता

जयपुर/फतेहपुर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि फतेहपुर से झुंझुनूं वाया मंडावा एनएच-11 (न्यू) के करीब 28 किलोमीटर लम्बे स्ट्रेच के लिए 116.31 करोड़ रूपए की लागत से सड़क विकास कार्य करवाया जाएगा। इसके साथ ही 50 करोड़ की लागत से एनएचएआई फतेहपुर बाईपास का निमार्ण भी कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 4.68 करोड़ की लागत से व्हेकुलर अंडरपास भी बनाया जाएगा। इससे फतेहपुर शहर के साथ-साथ आसपास के 20 गांवों के लोगों को फायदा होगा। मुख्यमंत्री की इन घोषणाओं का लोगों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।
श्रीमती राजे शनिवार को फतेहपुर के बिंदल कुलदेवी सेवा संस्थान के सभागार में मुख्यमंत्री जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान सर्वसमाज के लोगों के साथ संवाद कर रही थीं। उन्होंने एनएच-52 से पुराना सिनेमा हॉल फतेहपुर तक सीसी रोड एवं नाला निर्माण के लिए साढ़े सात करोड़ तथा रोलसाहबसर से ढांढण (फतेहपुर) तक की सड़क के चौड़ाईकरण एवं सुदृढ़ीकरण के लिए 3.70 करोड़ रुपए की घोषणा भी की।
डायवर्जन के प्रस्ताव शीघ्र भिजवाने के निर्देश-मुख्यमंत्री ने फतेहपुर के 18 गांवों में वन क्षेत्र में बसी आबादी के लिए वन भूमि को आबादी में परिवर्तित करने के लिए डायवर्जन के प्रस्ताव शीघ्र भिजवाने के निर्देश दिए। इससे बीड़ फतेहपुर, दीनारपुरा, थेथलिया, उदनसरी, रोसांवा, दीनवा लाडरवानी, कारंगा बड़ा, बीबीपुरा छोटा, दॉतरू, मरडाटु बड़ी, रामसीसर मेन, रामसीसर 'ए', ताखलसर, सवाई लक्ष्मणपुरा, दारून्दा देवास, ढांढ़ण मेन एवं ढांढण 'ए' गांवों के लोगों को फायदा होगा।
फतेहपुर के ऐतिहासिक स्वरूप से छेड़छाड़ स्वीकार नहीं -मुख्यमंत्री ने कहा कि फतेहपुर शेखावाटी एक ऐतिहासिक शहर है। यहां की आकर्षक हवेलियां ही यहां की पहचान है। उन्होंने कहा कि विश्व विख्यात इन हवेलियों के बाहरी मूल स्वरूप से छेड़छाड़ कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक तथा स्थानीय निकाय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हवेलियों के मूल स्वरूप को हर कीमत पर बरकरार रखा जाए। उन्होंने शहर में पानी के भराव से इन हवेलियों में आ रही सीलन की समस्या से निजात पाने के लिए सीकर कलक्टर, अभियंताओं एवं नगर पालिका के अधिकारियों को स्थाई समाधान खोजने के निर्देश भी दिए। ताकि इन ऐतिहासिक हवेलियों का स्वरूप बरकरार रखा जा सके। उन्होंने प्रमुख शासन सचिव, स्वायत शासन मंजीत सिंह को भी इसके लिए विशेषज्ञों की मदद से डीपीआर तैयार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने शहर के बस स्टैंड पर जल भराव की समस्या दूर करने के निर्देश भी दिए।
अब हमारी सरकारी स्कूलों का स्तर सुधरा-श्रीमती राजे ने कहा कि पिछले चार सालों के लगातार प्रयासों के बाद प्रदेश की सरकारी स्कूलों का स्तर सुधरा है। जिला शिक्षा अधिकारी ने भी मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि सीकर जिले में सरकारी स्कूलों का परिणाम निजी स्कूलों की तुलना में 2 प्रतिशत तक अधिक हो गया है।
कन्या महाविद्यालय का नाम राजा कल्याण सिंह के नाम पर ही-मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की मांग के बाद कहा कि कन्या महाविद्यालय का नाम बदला नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए राव राजा कल्याण सिंह जी के योगदान का सम्मान किया जाएगा और कन्या महाविद्यालय का नाम उन्हीं के नाम पर रखा जाएगा। कारंदा छोटा गांव में डॉक्टर नहीं होने की शिकायत पर उन्होंने सीएमएचओ को वहां डॉक्टर लगाने के निर्देश दिए।
हाईवे के किनारे फेंसिंग करने के निर्देश-श्रीमती राजे ने नीलगायों की आवाजाही के कारण फतेहपुर-सीकर के बीच हाईवे पर हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए निर्देश दिए कि हाईवे के दोनों ओर फेंसिंग कर प्लांटेशन किया जाए। ताकि जानवरों का सड़क पर आना रोका जा सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण एवं वन विभाग के अधिकारी बैठकर इसका जल्द ही समाधान निकालें और शीघ्र फेंसिंग शुरू कराएं।
हरी झण्डी दिखाकर की अन्नपूर्णा वैन रवाना-मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने फतेहपुर पहुंचकर 10 अन्नपूर्णा रसोई वैन रवाना की। यह वैन शहरी क्षेत्रों में नियमित रूप से खड़ी की जाएगी। जहां जरूरतमंदों को 5 रूपए में नाश्ता और 8-8 रूपए में सुबह-शाम का भोजन उपलब्ध होगा। इससे पहले उन्होंने मंदिर परिसर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ब्रांड एम्बेसडर्स से मुलाकात की और पांच जननियों को बेबी गिट किट वितरित किए। श्रीमती राजे ने जनसंवाद कार्यक्रम में जाट, मुस्लिम, एससी, एसएसटी, ओबीसी, राजपूत, वैश्य, अग्रवाल, जैन सहित विभिन्न समाज के लोगों से संवाद किया। इस अवसर पर देवस्थान राज्यमंत्री राजकुमार रिणवां, सांसद श्रीमती संतोष अहलावत, विधायक अभिषेक मटोरिया, संभागीय आयुक्त राजेश्वर सिंह, प्रमुख शासन सचिव स्वायत शासन मंजीत सिंह, आईजी हेमन्त प्रियदर्शी, सीकर जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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