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जयपुर जिला प्रशासन की विशेष पहल, अपना घर वृद्धाश्रम में बुजर्गों के साथ मनाई दीपावली

👤 Veer Arjun Desk 6 | Updated on:17 Oct 2017 5:09 PM GMT
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वीर अर्जुन संवाददाता

जयपुर। जयपुर जिला प्रशासन ने ज्योति पर्व-दीपावली की खुशियों को अनूठे अंदाज में वृद्धाश्रम, विमंदित गृह, शिशु एवं बालिका सदन तथा महिला सदन में अपनो से दूर गुजर बसर कर रहे विभिन्न वर्गों के लोगों के बीच साझा करने की अनूठी पहल की है। इसी के तहत सोमवार को ट्रासपोर्ट नगर (अमृतपुरी) स्थित अपना घर वृद्धाश्रम कल्याण केन्द्र में निवासरत बुजुर्ग पुरुष एवं महिलाओं के सानिध्य में दीपावली मनाने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम ने दस्तक दी।
दीप जले-दिल खिले-अपना घर में शाम के समय आयोजित इस कार्यक्रम में दीपों को प्रज्वलित के बाद फुलझड़ी और अनार छुड़ाते हुए दीपवाली की खुशियों को मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान के भवन पर विशेष रोशनी की व्यवस्था की गई और वहां रंगोली भी सजाई गई। कई बुजुर्गों ने जिला प्रशासन की टीम के साथ आगे बढक़र फुलझड़ी और अनार चलाते हुए अपनी खुशी का इजहार किया। बुजुर्गों ने इस अनूठे आयोजन के लिए तहेदिल से जिला प्रशासन का आभार जताते हुए अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
बुजुर्ग हुए भाव-विभोर-अतिरिक्त जिला कलक्टर (पूर्व) डॉ. बी. डी. कुमावत, उपखण्ड अधिकारी आमेर श्री बलदेव धोजक, तहसीलदार सुमन चौधरी, जिला परिषद की प्रतिभा सिंह और अंकिता ने पुष्पमालाएं पहनाकर और शॉल ओढाकर सम्मान किया गया। सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने बुजुर्गों के पांव छूकर उन्हे दीपावली की शुभकामनाएं दी और आशीर्वाद लिया तो वे भाव विभोर हो गए। बुजुर्गों को रूद्राक्ष की माला, अध्यात्म की पुस्तके, फल और मिठाई भी वितरित किए गए। पुरुषों को कुर्ता और महिलाओं को साड़ी भेंट की गई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के श्री अशोक बैरवा ने कार्यक्रम का संचालन किया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहयोग से नारी चेतना समिति द्वारा संचालित इस वृद्धाश्रम में 25 बुजुर्गों के रहने व्यवस्था है, जहां अभी 23 पुरुष एवं महिलाएं रहे रही है। समिति की सचिव श्रीमती सुधा मित्तल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिमाह प्रति बुजुर्ग के हिसाब से आर्थिक सहायता राशि मिलती है, साथ ही अलग-अलग संस्थाएं और व्यक्ति समय-समय पर सहयोग करते है। ये बुजुर्ग पूजा-पाठ, भजन कीर्तन, बातचीत एवं समाचार पत्रों का वाचन करते हुए अपना दिन व्यतीत करते है।

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