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मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तृतीय चरण का शुभारंभ किया

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:11 Dec 2017 5:42 PM GMT
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घनश्याम डी रामावत

जोधपुर। 'फ ावड़े से रेत डालकर धूप में सर पर तगारी उठाएं' गांव के तालाब के किनारे विसर्जन कर जिला प्रभारी एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने जोधपुर जिले के भावी तालाब पर मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तृतीय चरण का शुभारंभ किया।
प्रदेश सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान के दो चरणों की सफ लता का उत्साह भरे वातावरण में गोयल ने जब शुभारंभ किया तो ग्रामीणों, किसानों और अभियान से जुड़े सभी वर्ग के साथ अधिकारियों व अभियंताओं में भी एक जुनून दिखाई दे रहा था। प्रभारी मंत्री के चेहरे पर साफ -साफ आत्म विश्वास की रेखाएं उभरी दिखाई दे रही थीं। जिला प्रभारी मंत्री के साथ संासद रामनारायण डूडी, विधायक अर्जुन गर्ग तथा जिला कलेक्टर डॉ. रविकुमार सुरपुर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी चरण के इस शुभारंभ मौके पर श्रमदान किया। जिला प्रभारी एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने कहा कि राज्य सरकार ने इस अभियान के प्रथम चरण में 95 हजार, द्वितीय चरण में 1 लाख 31 हजार ढंाचे बनाए। तृतीय चरण में भावी गांव से जिले का काम शुरू किया हैं। पानी का महत्व समझकर एक-एक बूंद को बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पानी का महत्व समझेंगे तो वह हमारा महत्व समझेगा। पिछले 4 सालों में 17 हजार 22 करोड केवल पानी के कामों पर खर्च किया। पानी की बचत के लिए आपका काम ही उपयोगी होगा। आने वाला समय बहुत सारे काम लेंगे और जल स्तर ऊपर आएगा। इसके साथ ही तालाब की फेन्सिंग, वृक्षारोपण व तालाब का सौन्दर्यकरण भी होगा। सभी 36 कौमों के व्यक्तियों को रूचि लेकर काम करें। आपके सुझावों पर गांव के विकास कार्यो को स्वीकृत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। राज्य सभा सदस्य रामनारायण डूडी ने कहा कि जल संरक्षण हमारी परंपरा है। इस संरक्षण को मुख्यमंत्री ने अभियान के रूप में नया स्वरूप दिया है। वह गांव इतिहास में उल्लेखित हैं जहंा जल संरक्षण को सदैव महत्व दिया गया है। अब पुन: इस दिशा में यह कार्य शानदार होगा। विधायक अर्जुन गर्ग ने कहा कि गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में व घर का पानी घर में उद्देश्य के साथ शुरू हुए इस अभियान में दो चरणों में सफ लतम काम हुए हैं। इससे पानी की स्थिति व संरक्षण में बेहतरीन सुधार हुआ है। तृतीय चरण में भी इसी तरह कार्य की उम्मीद है तथा आप लोगों का भरपूर सहयोग मिलेगा। जिला प्रभारी सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह दीपक उप्रेती ने कहा कि भावी 16 हजार की आबादी का गांव हंै। यह बहुत बड़ा गांव हंै तथा यहंा का तालाब पूर्व में आसपास के गांवों को पानी पिलाता रहा है। अब इसमें रूकावट आ गई थी। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान से इस तालाब के माध्यम से नया अध्याय जुड़ रहा है। हम मरूस्थलीय इलाके में है तो हमें पानी की उपलब्धता को सुदृढ करें तथा आत्म निर्भर बनें। यह अभियान सरकारी नहीं है बल्कि जन-जन तक जुड़ा हंै। जिला कलेक्टर डॉ. रविकुमार सुरपुर ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने तृतीय चरण के संबंध में चर्चा करतें हुए कहा कि पानी जीवन के पंचतत्वों में से एक हंै। प्रथम व द्वितीय चरण की सफ लता के बाद तृतीय चरण में प्रवेश कर रहे हंै। मरूस्थलीय इलाकों में यह क्षेत्र प्रमुख है। जल संरक्षण हमारे आत्म शक्ति के बल पर ही संभव हंै और हमारे किसानों व लोगों ने जल संरक्षण पर प्रभावी काम हैं। यहंा तालाब का काम लिया है। हमारे जिले में टंाके, चैकडेम, डैम व बांध के काम भी लिए हंै। हमें खुशी हंै कि ग्रामीणों व किसानों के साथ बी एस एफ व पुलिस ने भी अच्छी गति व ऊर्जा के साथ आगे बढाने का काम किया हैं। बीएसएफ और पुलिस के जवानो ने पिछले दो चरणों में अपने पूरे समर्पण, मेहनत व लगन से अभियान में साथ दिया है। आज सुबह भी बी एस एफ फ ्रंटियर के जवान और पुलिस के जवानों के भी हाथों में हथियार की जगह फ ावड़े देखकर अभियान की सफ लता की नई इबारत शुरू हो गई। कतारबद्ध होकर ये जवान तालाब के किनारे श्रम के पसीने की बूंदों से जल की नई कहानी लिखने चल रहे थे। उनके जज्बें को वहंा उपस्थित हर ग्रामीण, किसान और देखने वाले सेल्यूट किए बिना नहीं रह सके।
जिला सैनिक कल्याण कार्यालय द्वारा भी पूर्व सैनिकों ने भी अभियान में हिस्सेदारी दिखाई। अभियान शुभारंभ कार्यक्रम में बिलाड़ा प्रधान सुमित्रा विश्नोई ने आभार व्यक्त किया। भावी सरपंच पूनाराम साऊ व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ सीईओ जिला परिषद प्रदीप के गावंडे, एडीएम मानाराम पटेल, एडीएम सीमा कविया सहित संबंधित विभागों के अधिकरारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तृतीय चरण के तहत मण्डोर पंचायत समिति के सालोडी गांव में भी नाडी खुदाई कार्य का शुभारंभ किया गया। नाडी खुदाई कार्य में ग्रामवासियों ने श्रमदान किया। इस अवसर पर सरपंच रतन कंवर सहित अन्य महिलाएं एवं पुरूषों ने श्रमदान किया।

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