शरद पूर्णिमा पर तीर्थराज मचकुंड सरोवर में हुआ दीपदान एवं महाआरती
धौलपुर। जनपद में शरद पूर्णिमा पर्व रविवार को पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर मंदिरों में भजन,संकीर्तन,दीपदान तथा प्रसाद वितरण के कार्यक्रम संपन्न हुए। तीर्थराज मचकुंड सरोवर स्थित लाडली जगमोहन मंदिर में ठाकुर जी का श्वेत श्रंगार किया गया।
शरद पूर्णिमा पर्व मनाने के लिए जनपद से बडी संख्या में श्रद्वालु वृंदावन समेत अन्य तीर्थ स्थलों को गए हैं। शरद पूर्णिमा पर्व पर लाडली जगमोहन मंदिर में ठाकुर जी का श्वेत वस्त्रों से श्रंगार किया गया। ठाकुर जी के इस मनोहारी रूप का भक्तों ने दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। शरद पूर्णिमा के मौके पर मचकुंड सरोवर पर दीपदान तथा महाआरती का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में महंत कृष्णदास महाराज ने पूजन और आरती का कार्यक्रम संपन्न कराया। इसके बाद में बडी संख्या में मौजूद भक्तों ने दीप जलाकर आरती उतारी तथा बाद में सरोवर के जल में उनका तर्पण किया। मंदिर के महंत कृष्णदास महाराज ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर्व पर भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के साथ में महारास किया था। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीला से 16 हजार 108 गोपियों के साथ में इतने ही रूप रख कर महारास किया। महंत कृष्णदास महाराज ने बताया कि हिन्दू संस्कृति में नदी और सरोवरों के पूजन का विशेष महत्व है। इसी पौराणिक महत्व के चलते मचकुंड सरोवर में प्रति माह पूर्णिमा के मौके पर पवित्र स्नान,महाआरती और दीपदान किया जाता है। इस प्राचीन परंपरा में धौलपुर समेत आसपास के जनपदों के श्रद्वालु शामिल हो रहे हैं। मचकुंड सरोवर की आरती के बाद में मचकुंड सरोवर में दीपदान किया गया। उधर,शरद पूर्णिमा पर्व पर आज ही टेसू और झांझी का विवाह भी संपन्न कराया गया। इस मौके पर महिलाओं ने मांगलिक गीत गाए तथा घरों में पकवान भी बनाए गए। शरद पूर्णिमा पर्व पर जनपद से बडी संख्या में श्रद्वालु मथुरा और वृंदावन समेत अन्य मीर्थस्थलों पर दर्शनों को गए हैं। हिस