👤 Veer Arjun | Updated on:12 Nov 2019 11:52 AM GMT

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जयपुर । स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की कोटा यूनिट ने मंगलवार को मध्यप्रदेश के मुख्य हथियार सप्लायर बहादुर सिंह उर्फ सरदार (45) निवासी जिला बड़वानी मध्यप्रदेश को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि वह पानी के खराब पाइप व कबाड़ी से मिले सामान का इस्तेमाल कर अवैध देशी कट्टे, पिस्टल व रिवाल्वर की शक्ल देने में माहिर है। इसके अतिरिक्त आरोपित द्वारा कारतूस भी बनाए जाते थे। वहीं आरोपित के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एवं एसओजी अनिल पालीवाल ने बताया कि काफी समय से वांछित चल रहे मध्यप्रदेश बड़वानी का मुख्य हथियार सप्लायर बहादुर सिंह उर्फ सरदार को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम 7 नवम्बर को मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में भेजी गई थी। टीम के सदस्यों द्वारा 4-5 दिन तक अपनी पहचान छिपाते हुए गांव पलसूद की निगरानी की गई। आरोपित के संबंध में सूचना एकत्रित की एवं गिरफ्तार किया।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह करीब 20 सालों से इस काम में लिप्त है। यह उनका खानदानी पेशा है। अभी तक अभियुक्त द्वारा करीब 500 से ज्यादा देशी कट्टे बनाकर विभिन्न राज्यों में सप्लाई किया जाना सामने आया है।

कबाड़ का इस्तेमाल कर बनाते थे अवैध देशी कट्टे, पिस्टल व रिवाल्वर

पूछताछ में सामने आया कि ये लोग पानी के खराब पाइप व कबाड़ी से मिले सामान का इस्तेमाल कर अवैध देशी कट्टे, पिस्टल व रिवाल्वर की शक्ल दे देने में माहिर है। इसके अतिरिक्त आरोपित द्वारा कारतूस भी बनाए जाते थे। एक देशी कट्टे को 2000-2500 रुपये में बेचते हैं। जो आगे जाकर मार्केट में 20,000 से 25,000 में बिक जाता है। पूछताछ से यह भी सामने आया कि बहादुर सिंह उर्फ सरदार थाना पलसूद का हिस्ट्रीशीटर भी है। जिसके खिलाफ मध्यप्रदेश में कुल 8 प्रकरण, जिनमें 5 अवैध आर्म्स एक्ट व 3 अन्य धाराओं में दर्ज है। पूछताछ में हस्तनिर्मित अवैध हथियारों को राजस्थान के विभिन्न जिलों व अन्य राज्यों में भी सप्लाई किया जाना सामने आया है।

पालीवाल ने बताया कि आरोपित से इसके अन्य सहयोगियों व हथियार सप्लायर्स एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों व देश के विभिन्न राज्यों में किये गये हथियारों की सप्लाई के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है। मध्यप्रदेश के मुख्य हथियार सप्लायर बहादुर सिंह उर्फ सरदार की गिरफ्तारी से राजस्थान में अवैध हथियारों की सप्लाई पर काफी हद तक रोक लगने की संभावना है।

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