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शिवालयों में पंचामृत से भोले बाबा का अभिषेक

👤 manish kumar | Updated on:21 Feb 2020 8:47 AM GMT

शिवालयों में पंचामृत से भोले बाबा का अभिषेक

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शहर में शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मंदिरों में बम बम भोले के जयकारों के साथ रूद्रीपाठ और पंचामृतों से अभिषेक किया जा रहा है। बच्चों से लेकर वृद्धजनों तक उत्साह छाया हुआ है। महिलाओं और युवतियों की अलुसबह से ही भीड़ उमड़ रही है। भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए लोग जतन कर रहे है। दोपहर में भजन कीर्तन किए गए है। महाशिवरात्रि का पर्व शुक्रवार को धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया गया। शिवालयों में रंग रोगन कर रोशनी से सजाया गया है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए है।

शहर के अचलनाथ महादेव, मंडलनाथ महादेव, सिद्धनाथ, भूतेश्वर व गुंदेश्वर महादेव कुंजबिहारी,जबरनाथ महादेव मंदिर, एकलिंगजी व पंथेश्वर व जागनाथ, शिव मंदिर माता का थान और संवित धाम आदि शिवालयों में महाशिवरात्रि पर भव्य सजावट की गई। मंदिरों में जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक किए गए। फूल मंडलियां सजाई गई है। जोधपुर में शिव भक्ति की आभा नजर आ रही है। शिवालयों में भक्तों की रौनक नजर आई। शहर के शिव मंदिरों में महारुद्राभिषेक, पंचामृत अभिषेक और ऋ तु पुष्पों का शृंगार और जागरण सहित कई धार्मिक आयोजन चल रहे है। जो रात तक चलेंगे।

यहां भी हुए आयोजन: शास्त्रीनगर बी सेक्टर स्थित श्री महाकालेश्वर महादेव मंदिर में श्री महाशिवरात्रि महोत्सव शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। मंदिर के पुजारी पंडित प्रभाकर श्रीमाली ने बताया कि शुक्रवार को प्रात: शिखर पूजन, ध्वजारोहण, सांय 7.15 बजे श्रृंगार आरती, रात 8 बजे से रूद्राभिषेक रात 10 बजे आरती, रात्री 10.30 बजे से दूसरा अभिषेक 12.30 बजे आरती की गई। रात्रि 1 बजे से तीसरा अभिषेक आरती रात्रि 3 बजे, चतुर्थ रूद्राभिषेक ब्रह्म वेला रात्रि 4 बजे व शनिवार को भीआरती प्रात: 6.15 बजे होगी। श्रीमाली ने बताया कि इस अवसर पर मंदिर में आने वाले सभी भक्तगणों को प्रसादी स्वरूप ठंडाई वितरित की गई।

दईजर लाछा बासनी स्थित संवित् धाम आश्रम में शिवरात्रि पर वैदिक विधि विधान से पूजन, अर्चन व रुद्राभिषेक हुआ। रात भर चलने वाले चार याम शिव पूजन में प्रथम याम में भगवान गणेशजी का विस्तार से पूजन होगा। तत्पश्चात् शुक्ल यजुर्वेद के आठों अध्यायों की रूद्राष्टाध्यायी के साथ दूध से शिव का अभिषेक होगा, 1008 बिल्व से अर्चना होगी, लिंगाष्टकम का पाठ व नारियल पानी से विशेष अभिषेक होगा।

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