एएफआई ने अस्थायी रूप से मनप्रीत को निलंबित किया
नई दिल्ली, (भाषा)। भारत की शीर्ष शाटपुट खिलाड़ी मनप्रीत कौर को दूसरी बार प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाये जाने के बाद अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया गया। उन्हें दो दिन पहले भी दोषी पाया गया था। मनप्रीत के मूत्र के ए नमूने चीन के जिन्हुआ में 24 अप्रैल को हुई एशियाई ग्रां प्री के पहले चरण के दौरान लिये गये थे जिसमें प्रतिबंधित डाईमिथाइलब्यूटाइलअमाइन के अंश मिले। पंजाब की इस 27 वर्षीय एथलीट ने चीन में 18.86 मीटर की दूरी से स्वर्ण पदक जीता था और चार से 13 अगस्त को लंदन में होने वाली विश्व् चैम्पियनशिप के लिये द्रालीफाई किया था।मनप्रीत ने हाल में भुवनेश्व्र में समाप्त हुई एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता था।वह अब विश्व् एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भाग नहीं ले पाएगी क्योंकि भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ःएएफआईः ने उन्हें डोपिंग में सकारात्मक पाये जाने के बाद अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया। एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने पीटीआई से कहा, हमें सूचना मिली है कि वह (मनप्रीत( फिर से स्टेरायड और स्टिम्युलेंट (डाईमिथाइलब्यू टाइलअमाइन) के सेवन की दोषी पायी गयी हैं। एएफआई ने उन पर अस्थायी निलंबन लगा दिया है। वह अब विश्व् चैम्पियनशिप टीम से बाहर हो जायेंगी। एशियाई ग्रां प्री महाद्वीपीय संचालन संस्था एशियाई एथलेटिक्स संघ के अंतर्गत करायी गयी थी। अगर मनप्रीत का त्र्बी स्त्र् नमूना भी पाजीटिव पाया जाता है तो उस पर पहली बार डोपिंग में लिप्त पाये जाने के लिये चार साल तक का प्रतिबंध लग सकता है। मनप्रीत को एक से चार जून तक पटियाला के फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के दौरान राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी के अधिकारियों द्वारा एकत्राित किये गये मूत्र के नमूने में प्रतिबंधित डाईमिथाइल ब्यूटाइलअमाइन का पाजीटिव पाये जाने के एक दिन बाद उन्हें दूसरी बार इसका दोषी पाया गया। यह देश के लिये काफी शर्मनाक घटना है जिससे मनप्रीत द्वारा भुवनेश्व्र में जीता गया स्वर्ण पदक भी छीना जायेगा।