Home » खेल खिलाड़ी » बीएसएफ के एवरेस्ट अभियान का नेतृत्व करेंगे लवराज

बीएसएफ के एवरेस्ट अभियान का नेतृत्व करेंगे लवराज

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:20 March 2018 6:55 PM GMT
Share Post

नई दिल्ली, (खेसं)। रिकार्ड छह बार दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर चुके सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सहायक कमांडेंट लवराज सिंह धर्मशत्तू 23 मार्च से 20 जून तक होने वाले बीएसएफ के एवरेस्ट अभियान का नेतृत्व करेंगे।

केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने मंगलवार को यहां बीएसएफ के इस अभियान को हरी झंडी दिखाई। 90 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में बीएसएफ की 25 सदस्यीय टीम हिस्सा ले रही है जिसकी कमान पद्मश्री लवराज को सौंपी गयी है। लवराज का एवरेस्ट पर यह 10वां अभियान होगा जिसमें से वह छह बार 1998, 2006, 2009, 2012, 2013 और 2017 में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को फतह कर चुके हैं।
राठौर ने बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा की मौजूदगी में अभियान दल को अपनी शुभकामनाएं देते हुये कहा" यह बड़ा और हिम्मत का काम है। एवरेस्ट पर चढ़ना ही बड़ी चुनौती है। आप आगे बढ़ते रहिये। चुनौती स्वीकार करते रहिये और पूरे देश के लिये एक उदाहरण बनिये।
बीएसएफ महानिदेशक शर्मा ने इस अवसर पर कहा" इस अभियान का सबसे बड़ा लक्ष्य एवरेस्ट पर सफाई अभियान छेड़ना है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत हमारा यह दल एवरेस्ट से करीब 1000 किलो कूड़ा नीचे बेस कैंप उतारेगा जिसका फिर काठमांडू ले जाकर सुरक्षित तरीके से निपटान किया जाएगा।"
दल का नेतृत्व कर रहे लवराज ने इस अभियान के बारे में बताया कि यह अभियान 23 मार्च से शुरू होकर 20 जून तक 90 दिन की अवधि में चलेगा। उन्होंने बताया कि बीएसएफ दल एवरेस्ट पर नेपाल की ओर के परंपरागत रास्ते से चढ़ाई करेगा। यह दल तीन अप्रैल को काठमांडू पहुंचेगा, छह अप्रैल को लुकला के लिये रवाना होगा और 13 अप्रैल को एवरेस्ट के बेस कैंप पहुंचेगा।
दल के कुल चार कैंप रहेंगे और चारों कैंप पार करने के बाद यह दल 29035 फुट(8848 मी.) फुट ऊंचे एवरेस्ट पर चढ़ाई करेगा और एवरेस्ट पर तिरंगे के साथ साथ बीएसएफ का ध्वज फहराएगा। इस दल में 25 सदस्य शामिल हैं जिसमें 15 पर्वतारोही और 10 सपोर्ट सदस्य हैं। सपोर्ट सदस्यों में चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं।
इन सदस्यों को मनाली की सोलांग घाटी स्थित पर्वतारोही संस्थान में 35 दिन का कड़ा प्रशिक्षण दिलाया गया था। इस दल में छह सदस्य ऐसे हैं जो माउंट एवरेस्ट फतह कर चुके हैं जबकि सात-आठ सदस्य ऐसे हैं जो पहली बार माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करेंगे। अपने 10वें एवरेस्ट अभियान पर जा रहे लवराज ने साथ ही कहा" पर्यावरण सुरक्षा हमारा पहला लक्ष्य है। शेरपाओं की सहायता से हम एवरेस्ट से करीब 1000 किलो कूड़ा उतारेंगे जिनका काठमांडू में निपटान किया जाएगा। इस काम के लिये हमने बजट भी रखा है और शेरपाओं को भी दल के साथ शामिल किया है।

Share it
Top