Home » खेल खिलाड़ी » पुरुष क्रिकेटरों से तुलना ठीक नहीं : मिताली

पुरुष क्रिकेटरों से तुलना ठीक नहीं : मिताली

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:23 Jun 2017 7:41 PM GMT

पुरुष क्रिकेटरों से तुलना ठीक नहीं : मिताली

Share Post

लंदन, (भाषा)। भारतीय महिला क्dिरकेट टीम की कप्तान मिताली राज का मानना है कि उनकी हमवतन पुरूष खिलाड]ियों से तुलना नहीं की जानी चाहिए और साथ ही उन्होंने क्dिरकेट के जुनूनी देश का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद पहचान नहीं मिलने पर भी अफसोस जताया। इस दिग्गज महिला खिलाड़ी से जब पूछा गया कि भारत और पाकिस्तान में उनका पसंदीदा पुरूष क्dिरकेटर कौन है तो उन्होंने कड़ी प्रतिक्dिरया दी। मिताली ने कहा, क्या आप इसी तरह का सवाल किसी पुरूष क्dिरकेटर से करते हो? क्या आप उनसे पूछते हो कि आपकी पसंदीदा महिला क्dिरकेटर कौन है? उन्होंने कहा, मुझसे हमेशा पूछा जाता है कि आपका पसंदीदा क्dिरकेटर कौन है लेकिन आपको उन्हें पूछना चाहिए कि उनकी पसंदीदा महिला क्dिरकेटर कौन है? मिताली महिला विश्व् कप की पूर्व संध्या पर रात्राि भोज और मीडिया राउंडटेबल में भाग ले रही थी।

उन्होंने कहा कि भारतीय महिला खिलाड]ियों को पुरूषों की तरह प्रचार नहीं मिलता।

भारतीय कप्तान ने कहा, बहुत भारी अंतर है क्योंकि हमारे मैच टेलीविजन पर नियमित तौर पर प्रसारित नहीं किये जाते हैं। अब बीसीसीआई के प्रयास से पिछली दो घरेलू श्रृंखलाओं का प्रसारण किया गया और इससे सोसल मीडिया में भी काफी सुधार हुआ है लेकिन जहां तक पहचान का सवाल है तो अभी काफी लंबा रास्ता तय करना है।

मिताली ने कहा कि टीम को कोच तुषार अरो"s के मार्गदर्शन में फायदा हुआ है।

उन्होंने कहा, पुरूष क्dिरकेटर मानक तय करते हैं। उन्होंने जो मानक तय किये हैं हम हमेशा वहां पहुंचने की कोशिश करते हैं। हम सभी पुरूष क्dिरकेट का अनुसरण करते हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि कभी न कभी महिला क्dिरकेट उस स्तर पर पहुंचेगा।

मिताली ने कहा, हम सभी को किसी न किसी स्तर पर पुरूष क्dिरकेटरों ने कोचिंग दी है। मेरा दृढ़ विश्वस है कि उनके रहने से अभ्यास सत्र में गंभीरता आती है।

Share it
Top