सिक्किम के खिलाड़ियों ने लिया 'संतोष ट्राफी ' के बहिष्कार का निर्णय
गंगटोक । सिक्किम के फुटबॉल खिलाड़ियों ने प्रतिष्ठित फुटबॉल प्रतियोगिता 'संतोष ट्राफी' के बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय खिलाड़ियों ने राज्य के फुटबॉल संगठनों के छत्र संगठन सिक्किम फुटबॉल एसोसिएशन (एसएफए) की कथित लापरवाही और मनमानी के विरूद्ध लिया है। फुटबॉल प्लेयर एसोसिएशन आफ सिक्किम (एफपीएएस) के बैनर तले मंगलवार को प्रेस क्लब आफ सिक्किम में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में राज्य के फुटबॉल खिलाड़ियों ने उक्त घोषणा की।
एफपीएएस के अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी निर्मल छेत्री ने कहा कि राज्य के फुटबॉल खिलाड़ियों ने आगामी संतोष ट्राफी में हिस्सा नहीं लेने का निर्णय लिया है। यह निर्णय किसी फुटबॉल क्लब व किसी व्यक्ति के विरूद्ध नहीं, बल्कि एसएफए की लापरवाहियों और मनमानी के विरूद्ध लिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी 23 सितंबर को सिक्किम का पहला मैच है, लेकिन अब तक राज्य फुटबॉल टीम तैयार नहीं हुआ है, जबकि एक-दो महीने पहले से इसकी तैयारी करनी चाहिए थी । एसएफए ने आज (मंगलवार) से दस दिवसीय कोचिंग कैंप का आयोजन किया गया था जिसका भी खिलाड़ियों ने बहिष्कार कर दिया ।
खिलाडियों ने कहा कि दस दिन का कोचिंग कैंप केवल औपचारिकता है। इससे खिलाड़ियों को कोई फाइदा नहीं मिलेगा। छेत्री ने कहा कि एसएफए ने कोचिंग कैंप के लिए कुल 41 खिलाड़ियों के नाम का चयन किया है जिसमें कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो सिक्किम के नहीं हैं । उन्होंने जानकारी दी कि कुछ दिन पहले अंडर-14 की नेशनल प्रतियोगिता में सिक्किम की फुटबॉल टीम के विरूद्ध एक मैच में 22 गोल और अन्य एक मैच में 16 दागे गए। बिना तैयारी के जाने से यही परिणाम होगा। उन्होंने कहा कि संतोष ट्राफी में भी यही हालत न हो इसलिए खिलाडियों ने बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।