बीसीसीआई चीफ सेलेक्टर की दौड में अजित अगरकर सबसे आगे
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नए मुख्य चयनकर्ता की रेस शुरू हो चुकी है. पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर राष्ट्रीय चयनकर्ता बनने की रेस में शामिल हो गए हैं. 42 साल के अगरकर चयन समिति के अध्यक्ष भी बन सकते हैं. मुंबई की सीनियर चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष अगरकर राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं, क्योंकि नए संविधान में क्षेत्रीय प्रणाली का प्रावधान नहीं है.
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व मुख्य चयनकर्ता का कार्यभार संभाल चुके अगरकर को इस काम का खासा अनुभव है और इसी वजह से उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की कप्तानी में खेल चुके अगरकर ने चयनकर्ता के पद के लिए आवेदन किया है.
बीसीसीआई ने पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और गगन खोड़ा की जगह दो नए चयनकर्ताओं के लिए आवेदन 18 जनवरी को मंगवाए थे. इन दोनों का कार्यकाल इसी साल खत्म हुआ है. हालांकि, सीनियर सिलेक्शन कमेटी के बाकी तीन सदस्य सरनदीप सिंह, जतिन परांजपे और देवांग गांधी कमेटी में बने रहेंगे. इनका कार्यकाल 2020 के आखिर में खत्म होगा.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आवेदन भेजने की अंतिम तारीख 24 जनवरी तय की थी. अगरकर ने 26 टेस्ट, 191 वनडे और चार टी-20 अंतरराष्ट्रीय खेलकर कुल 349 विकेट लिये हैं. वनडे इंटरनेशनल में उनके नाम 288 विकेट हैं.
वनडे में अगरकर (288) भारत के तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने हुए हैं. अनिल कुंबले (334 विकेट) और जवागल श्रीनाथ (315 विकेट) ही उनसे आगे हैं. अपने समय के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक अगरकर ने केवल 23 मैचों में 50 विकेट पूरे करने की उपलब्धि हासिल की थी. वैसे सबसे तेज 50 विकेट (19 मैचों में) लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड श्रीलंका के अजंथा मेंडिस के नाम है.
अगरकर के अलावा जिन पूर्व क्रिकेटरों ने चयनकर्ता पद के लिए आवेदन किया है, उनमें हरियाणा के चेतन शर्मा, बड़ौदा के नयन मोंगिंया, तमिलनाडु के शिवरामकृष्णन, मध्य प्रदेश के राजेश चौहान और अमय खुरासिया, उत्तर प्रदेश के ज्ञानेंद्र पांडे (योग्य नहीं क्योंकि जूनियर चयनकर्ता के रूप में चार साल पूरे कर चुके हैं.) और विदर्भ के प्रीतम गंधे (जूनियर राष्ट्रीय चयनकर्ता रह चुके हैं।) शामिल हैं. (एजेंसी हिस.)