Home » रविवारीय » बालों की समस्याऐं और उनका निदान

बालों की समस्याऐं और उनका निदान

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:20 Aug 2017 3:34 PM GMT

बालों की समस्याऐं और उनका निदान

Share Post

-नीरा कुमार

हर महिला यही चाहती है कि उसके बाल काले, घने, लंबे और चमकदार हों पर आज हर चैथी-पांचवीं महिला को बालों की कोई न कोई समस्या रहती है। बालों का दो मुंहे होना, झड़ना, बेजान होना, बीच में से टूट जाना व उनका पतला हो जाना बालों की आम समस्याएं है। कैलाश हॉस्पिटल नोएडा की वरिष्ठ डर्मिटोलॉजिस्ट डॉ. एस.एस.महापात्रा दिनोंदिन बालों की बढती समस्याआंs के बारे में ंक्या कहती है, और हेयर एक्सपर्ट जावेद हबीब इन दोनों से बालो को होने वाली समस्याओ और उनके समाधान के बारे में आइये जानें-
क्यों होते हैं बाल खराब
डॉ. महापात्रा के अनुसार बाल दरअसल हमारे शरीर में मौजूद प्रोटीन अमीनो केराटिन से बने होते हैं। यह प्रोटीन हमारे नाखूनों व बालों की संरचना करता है व उन्हें मजबूती प्रदान करता है। आजकल की व्यस्त जीवनशैली में शहरों में महिलाओं पर बढ़ता वर्कलोड, तनाव, असंतुलित आहार, प्रदूषण आदि का सीधा असर बालों पर पड़ता है। अत हमारी त्वचा की दूसरी परत में मौजूद तत्व इलास्टिन कोलेजन टूटना शुरु हो जाता है। दरअसल यह प्रोटीन (अमीनो केराटिन) फाइबर नेटवर्क का काम करता है। ऐसी स्थिति में बालों को पर्याप्त पोषण नही मिल पाता है और यदि इन पर कैमिकल्स का प्रयोग ज्यादा हो तो बालों में मौजूद प्रोटीन धीरे-धीरे खत्म होता जाता है और बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं।
बदलते फैशन की तरह बदलते बालों के फैशन-
कपड़ों के नित नये बदलते फैशन की तरह हमारे बाल भी फैशन से अछूते नहीं रहे हैं। कभी कर्ली हेयर का फैशन है तो कभी स्ट्रेट हेयर का तो कभी नेचुरल हेयर का। आजकल बालों कें स्टाइल में भी नये-नये प्रयोग हो रहे हैं जैसे उन्हें अलग-अलग रंगों में रंगना। इसके अलावा दो चार बाल सफेद होने पर उन्हें तुरंत डाई या कलर करवा लेने से भी समस्या बढ़ जाती है। आजकल बाजार में विभिन्न ब्रांडों के कलर मौजूद है जो बिना अमोनिया के होने का दावा करते हैं। कहने का मतलब है कि इस सबका सीधा असर हमारे बालों पर पड़ता है। भले ही शुरु में कुछ पता न चले पर लंबे समय तक प्रयोग करने से बाल झड़ना, बेजान लगना आदि समस्याएं आ ही जाती है। मेंहदी भी अगर रंग वाली हो तो उससे भी बाल झड़ते हैं क्योंकि इनमें भी केमिकल्स होते है।
जेनेटिक्स व बीमारियों का प्रभाव-
बालों की समस्याओं का दूसरा प्रमुख कारण जेनेटिक व कुछ बीमारियां जैसे थायराइ@ड, मधुमेह, एनीमिया, हमेशा जुकाम रहना है। कभी-कभी लम्बी बीमारी के कारण खायी जाने वाली दवाओं के चलते भी सिर के बाल झड़ने लगते हैं।
सही डाइट न होना-
शरीर के साथ-साथ बालों के लिए सही संतुलित आहार का होना बहुत जरूरी है। आजकल लोग इस तरह का खाना कम ही खाते हैं जिसमें विटामिन और मिनरल हो। ज्यादातर लोग खाना इस तरह खाते हैं कि बस पेट भर जाये। इसका प्रभाव हमारे बालों पर भी पड़ता है जिससे हम बीमारियों से घिर जाते हैं।
प्रदूषण और मौसम का असर-
बालों की यदि सही देखभाल न की जाए तो बालों पर धूल, गंदगी, धुआ,ं धूप आदि का असर पड़ता हे इसके अलावा मौसम का भी इनपर असर पड़ता है। मौसम के अनुसार बालों की देखभाल की जानी चाहिए और बालों की संरचना पे अनुसार ही शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिए।
यह तो नहीं कह सकते कि बालों पर कलर का इस्तेमाल न करें पर बहुत सोच समझकर करें।इसे किसी सैलून में जाकर लगवाएं। इसके अलावा बालों में तेल की मालिश करें और उनके सही रखरखाव पर भी ध्यान दें।
हेयर एक्सपर्ट जावेद हबीब की सलाह
अगर आपके बाल दो मुंहें हैं तो
1. धूप में नंगे सिर न रहें। सिर को ढक कर रखें।
2. बालों में गंदी कंघी या ब्रश का प्रयोग न करें।
3. बालों में ब्लीचिंग, डाई, तेज शैम्पू तथा हेयर ड्रायर का इस्तेमाल न करें।
4. बालों में नारियल या बादाम का तेल लगाकर गर्म पानी में भीगे तौलिये को निचोड़कर सिर पर लपेटें। अगले 5 दिन बालों में शैम्पू करे। बालों की नियमित रूप से मालिश करें।
5. प्रत्येक 4-6 सप्ताह में कम से कम एक बार बालों की ट्रिमिंग जरूर करवाएं।
बालों का टूटना और झड़ना
बालों के टूटने और झड़ने के अलग-अलग मौसम में अलग-अलग कारण होते हैं। मसलन गर्मियों में बाल इसलिए टूटते और झड़ते हैं क्योंकिं बालों की तैलीय ग्रंथियों में अधिक तेल का स्राव होता है जिससे बाल तैलीय हो जाते हैं और बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं। सर्दियें में ठंडी हवा के चलने से बालों में रूखापन आ जाता है। बालों में प्राकृतिक तेल की कमी हो जाती है जो बालों के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है।
ह्र गर्मी के मौसम में बालों को स्वस्थ रखने के लिए किसी हल्के शैंपू से प्रतिदिन बाल धोएं।
ह्र नियमित दही से बाल धोने से भी बालों का झड़ना रूक जाता है।
ह्र आंवले का चूर्ण और मेंहदी मिलाकर बालों में लगाएं और आधे घंटे बाद शैंपू कर लें।
ह्र गर्मी व सर्दी दोनें मौसम में बालों की जड़ों में तेल लगाने के बाद हॉट टॉवल ट्रीटमेंट जरूर लें।
ह्र स्वस्थ बालों के लिए इन्हें सार्फ रखें। कठोर पानी से बाल न धोएं। पानी की कठोरता कम करने के लिए उसमें चुटकी भर सोडियम कार्बोनेट डालें।
ह्र बालों में हेयर ड्रायर एवं हानिकारक रसायन युक्त प्रसाधनो का इस्तेमाल न करें।
रूखे व बेजान बाल हो गये हों तो
ह्र बालों को शैम्पू करने के बाद अंतिम बार ठंडे पानी से ही
धोएं।
ह्र रूखे और बेजान बालों पर हमेशा हेयर सीरम लगाकर ही घर से बाहर निकलें।
ह्र बालों को शैम्पू करने के बाद बालों को तौलिये से पोछ लें। दो बड़े चम्मच दही में दो बड़े चम्मच मेयोनीज मिलाकर बालों में लगायें। 10-12 मिनट बाद बालों को धों लें। आखिर में बालों को ठंडे पानी से ही धोएं।
ह्र ऐसा माना जाता है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग होता है। अत संतुलित आहार लें। अपने हेयर के टेक्सचर के मुताबिक शैम्पू व कंडीशनर चुनें। गीले बालों पर कंघी न करें। तभी आपके बाल चमकते रहेंगें और झड़ेंगे नहीं। बालों की सुंदरता आपके अपने हाथ में है।
डनीरा कुमार स्त्राr विषयों की वरिष्ठ लेखिका हैं यह लेख विषय के विशेषज्ञों सेबातचीत के आधार पर लिखा गया ह़ै

Share it
Top