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बरवाला में जन समस्याओं से विधायक जनता दोनों दुखी

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:15 Oct 2017 5:28 PM GMT

बरवाला में जन समस्याओं से विधायक जनता दोनों दुखी

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-रमेश राजपूत-

हर राज्य में कुछ शहर या गांव ऐसे होते हैं जिन पर विकास के मामले में सरकार बहुत मेहरबान होती है। ऐसे शहर या गांव या तो मुख्यमंत्री के क्षेत्र के अंतर्गत होते हैं या फिर किसी प्रभावशाली नेता या मंत्री के क्षेत्र में होते हैं। कुछ मुख्यमंत्री तो अपनी ससुराल तथा रिश्तेदारों के गांवों में भी विकास का पहिया घूमने देते हैं। कुछ गांव-शहर तो ऐसे होते हैं जो कि विकास की राह देखते रहते हैं। कभी-कभी तो किसी क्षेत्र की इतनी जन समस्याएं हो जाती हैं कि वहां की जनता और जनप्रतिनिधी दोनों दुखी होते हैं। क्योंकि गांव या शहर व सड़कें टूटी पड़ी हैं। गलियों नाले-नालियों की दूर्दशा और सीवर सिस्टम फेल हैं। अस्पताल में जाओ तो डॉक्टर या दूसरा स्टाफ न मिले बिजली कम आए और बिल ज्यादा आए। यह सब गम्भीर समस्याएं होती हैं। दरअसल देखने में यह भी आता है कि प्रदेश में सरकार किसी पार्टी की हो और क्षेत्र का विधायक दूसरी पार्टी का हो तो सरकार द्वारा ऐसे विपक्षी विधायकों के क्षेत्रों की उपेक्षा की जाती है। हरियाणा के बरवाला विधानसभा क्षेत्र के साथ भी शायद सरकार द्वारा ऐसे उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। क्योंकि वहां के विधायक सत्तापक्ष के नहीं है। बरवाला के विधायक वेद नारंग ने विकास के मामले में सरकार पर भेदभाव का आरोप भी लगाया है। जनसमस्याओं को लेकर नारंग जी ने कई बार विधानसभा में भी मुद्दे उ"ाए परन्तु सरकार द्वारा शीघ्र समाधान का आश्वासन तो दे दिया जाता है लेकिन होता कुछ नहीं इसीलिए जनसमस्याओं को लेकर जनता और विधायक दोनों दुखी हैं।
हरियाणा के बरवाला विधानसभा क्षेत्र से इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के एमएलए, हमारे नेताजी वेद नारंग ने वीर अर्जुन से बतियाते हुए कहा कि उनके बरवाला शहर में सबसे बड़ी समस्या सीवरेज की है। सीवरेज की समस्या को लेकर लोग सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों के चक्कर तो लगाते ही रहते हैं। उन्होंने विधानसभा में भी मामला उ"ाया, सरकार का ध्यान दिलवाया। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। सफाई तक की भी समूचित व्यवस्था नहीं है। नगर निगम के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र की भी दुर्दशा है। और वहां भी गलियां, नालियां, सड़कें आदि टूटी पड़ी है। क्षेत्र में पीने के पानी की भी समस्या है। सिंचाई का पानी के नहरों में महिने में मुश्किल से एक सप्ताह ही आता है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओम प्रकाश चौटाला के कार्यकाल में नहरों में महिने में पंद्रह दिन तक पानी चलता था। उन्होंने बताया कि इस बार बारिश कुछ ज्यादा आ जाने के कारण खेतों में पानी खड़ा है। बहुत सा एरिया सेम ग्रस्त हो गया है। बिजली के बारे में नारंग जी ने बताया कि लोगों को बिजली के अनाप शनाप बिल तो समय पर मिल जाते हैं लेकिन बिजली कब आए? कब जाए। कोई पता नहीं होता। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मुश्किल से 4-6 घंटे बिजली मिलती है। उल्लेखनीय है कि बरवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत करीब तीन दर्जन गांव आते हैं। गांव हो या शहर यहां पानी की निकासी भी एक समस्या बनी हुई है।
शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा करते हुए विधायक वेद नारंग ने बताया कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी है और भाजपा सरकार ने कोई भी स्कूल अपग्रेड नहीं किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो भाजपा सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करती है दूसरी तरफ उनके क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा में महिला कॉलेजों का अभाव है। उन्होंने कहा कि बरवाला में भी महिला कॉलेज न होने के कारण बेटियों को हिसार जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल व स्वास्थ्य केन्द्रों पर डॉक्टरों व दूसरे स्टाफ की कमी है। विधानसभा में भी सरकार का ध्यान दिलाया गया है लेकिन मंत्री जी के आश्वासन के बावजूद अभी तक डॉक्टरों की कमी पूरी नहीं हुई है अर्थात् स्वास्थ्य सुविधाओं का भी टोटा है। उन्होंने कहा कि बरवाला सब डिवीजन तो है लेकिन यहां कोई मिनी सचिवालय नहीं है। जिसके कारण बड़े अधिकारी कोई कहीं बै"ता है तो कोई कहीं बै"ता है। विधायक वेद नारंग ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार से लोगों का मोह भंग हो गया है। भिवानी में हाल ही में इनेलो रैली में उमड़ी भीड़ से यह साफ भी हो गया है उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में अगली सरकार इनेलो की ही बनेगी उसके बाद रूके हुए सारे काम होंगे। नारंग जी ने कहा कि पहले तो नोटबंदी की मार आम जनता पर पड़ी अब जीएसटी की मार पड़ रही है। छोटे व्यापारियों को तो अभी जीएसटी के बारे में कुछ पता तक नहीं है।
विधायक वेद नारंग अपने जन्मदिन के मौके पर घर परिवार के सदस्यों और कार्यकर्ताओं के बीच रहने का प्रयास करते हैं। इनका जन्मदिन 6 अगस्त को होता है। कुछ राज्यों व शहरों का इन्होंने भ्रमण किया है। राज्यों में इनको अपना हरियाणा राज्य तथा शहरों में चंडीगढ़ शहर अच्छा लगता है। नारंग साहब की जीवनसाथी श्रीमती साक्षी एक कुशल ग्रहणी है। इनका परिवार समाजसेवा को समर्पित रहता है। एमएलए साहब के खाने में शाकाहारी भोजन ही चलता है। फलों में इनको सीजनल फल और खेलों में इनको ािढकेट, टेनिस व बेडमिंटन अच्छे लगते हैं। नारंग साहब परिवार सहित धार्मिक स्थानों पर भी बराबर जाते रहते हैं।

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