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नॉन स्टिक बर्तन इन्हें रगड़े नहीं, ज्यादा चलेंगे
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नम्रता नदीम
खाना बनाने के लिए हम स्टील, पीतल, एल्युमीनियम, लोहे एवं मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करते हैं। आजकल बाजार में तरह-तरह के मिलने वाले बर्तनों के बारे में लोगों की पसंद भी अलग-अलग होती है। आजकल कम तेल में खाना पकाने के लिए नॉन स्टिक बर्तनों का काफी इस्तेमाल किया जाता है। अन्य धातुओं के बर्तनों की तुलना में नॉन स्टिक बर्तन महंगे होते हैं, लेकिन उचित देखभाल की कमी के कारण इनकी कोटिंग जल्दी खराब हो जाती है और इन्हें फेंकना पड़ता है। इन बर्तनों में खाना कैसे पकाएं और अपने नॉन स्टिक कुकवेयर की देखभाल कैसे करें, इसके बारे में कुछ मूलभूत बातों को जानना जरूरी है।
पहली बार जब करें इस्तेमाल- नॉन स्टिक बर्तन को पहली बार इस्तेमाल करने से पहले इसकी पैकिंग पर लिखे दिशा निर्देशों को अच्छी तरह पढ़ लें। किस बर्तन को कितने तापमान पर रखना है, इसके बारे में जान लें। क्या उसे ओवन में रखा जा सकता है? क्योंकि सभी नॉन स्टिक कुकवेयर ओवन में इस्तेमाल नहीं किये जा सकते। इसे पहली बार इस्तेमाल करने के लिए इस पर लगे स्टिकर को हटाने के लिए आंच पर रखकर थोड़ा गर्म करके स्टिकर हटाएं। "ंडा होने पर अच्छी तरह साफ पानी से धोकर सुखाएं और इसके बाद इसे मध्यम आंच पर रखकर इसमें खाना पकायें।
खाली नॉन स्टिक पैन को तेज आंच पर न रखें- खाना पकाने के लिए इसे आंच पर रखने के बाद तुरंत इसमें ऑयल डालें। अगर इसे बिना तेल डाले देर तक आंच पर रखा जाये तो इसकी कोटिंग खराब हो सकती है।
खाना मध्यम और हल्की आंच पर पकायें- नॉन स्टिक बर्तनों को ज्यादा हीट पर रखने की जरूरत नहीं होती। इसके कारण इसका तला चटक जाता है और इसकी कोटिंग निकल जाती है, इन्हें हीट सेंटिंग के अनुसार ही हीट पर रखें।
तेल को ज्यादा गर्म न करें- वैसे तो इन बर्तनों में तेल का इस्तेमाल जरूरी नहीं होता। लेकिन तेल डालने के बाद उसे ज्यादा गर्म न करें। ऑलिव ऑयल को तो ज्यादा तेज आंच में न पकाएं; क्योंकि तेल का धुआं नॉन स्टिक पैन पर चिपक सकता है, जिससे उसके आसपास काली परत बन जाती है, जिसे साफ करने में परेशानी हो सकती है।
मेटल के बर्तनों का इस्तेमाल करने से बचें- नॉन स्टिक में पकने वाले खाने को हिलाने के लिए स्टील के चम्मचों या उलथनों का इस्तेमाल न करें। मेटल के बने कांटे, छुरी की बजाय लकड़ी के चम्मच या सिलिकॉन का स्पेचुला इस्तेमाल करें। सिलिकॉन का स्पेचुला सुरक्षित और लचीला होता है, इससे इन बर्तनों पर खरोंच नहीं पड़ती।
साफ-सफाई- खाना पकाने के बाद इन्हें लंबी उम्र देने के लिए इनकी सफाई अच्छी तरह से करनी चाहिए। क्योंकि अगर इन्हें अच्छी तरह साफ किये बगैर दोबारा इसमें खाना पकाया जाता है तो इन पर जमने वाली तेल और भोजन के कण की परत दोबारा हीट के संपर्क में आने पर और सख्त हो जाती है। इसलिए हर बार इस्तेमाल के बाद इसे अच्छी तरह साफ करें। इसकी कोटिंग पर जमी चिकनाई और भोजन के कण हटाने के बाद उसे किसी सूखे कपड़े से पोंछकर रखें। नॉन स्टिक कुकवेयर को कभी डिश वॉशर में न धोयें। अगर इस पर चिकनाई की परत ज्यादा कड़ी हो जाती है और गर्म पानी से भी नहीं छूटती तो साफ करने के लिए थोड़े से टूथपेस्ट में बेकिंग सोडा और पानी मिलाकर इस मिश्रण को बर्तन पर रगड़ें, बाद में हल्के गर्म पानी से धो लें। इन्हें साफ करने के लिए ज्यादा कड़े डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें। इनकी सफाई लिक्विड सोप से करें।
गर्म बर्तन को अचानक "ंडे पानी के नीचे न रखें। खाना पकाने के बाद इन्हें खाली करके तुरंत पानी के नीचे न रखें। क्योंकि अचानक तापमान के बदलाव से इनमें दरारें पड़ जाती हैं। हालांकि सस्ते बर्तन जल्दी खराब होते हैं लेकिन बर्तन महंगे भी हें तो खाना पकाने के बाद इन्हें "ंडा होने के बाद ही धोना चाहिए।
सख्त चीज से न रगड़े- इनकी सफाई नर्म हाथों से करें। स्टील वूल, लोहे के ब्रश से रगड़ने पर इनमें पैच पड़ जाते हैं और इनकी कोटिंग खराब हो जाती है। अगर एक बार इनकी कोटिंग उखड़ने लगे तो उसके कण भोजन में मिलने लगते हैं।
खाना पकाने के बाद इन्हें तुरंत खाली करें- एसिडिक युक्त भोजन इसकी कोटिंग को खराब कर सकते हैं, इसलिए इनमें खाना पकाने के बाद खाने को किसी दूसरे बर्तन में निकाल लें और उसके बाद उसे फ्रिज में स्टोर करें; क्योंकि नॉन स्टिक बर्तन में खाना पकाया जाता है, स्टोर नहीं किया जाता। इससे इनमें बैक्टीरिया पनपने की आशंका रहती है।
नॉन स्टिक कुकवेयर की स्टोरेज- इन बर्तनों को धोने के बाद इन्हें अच्छी तरह सुखाकर अलग रखना चाहिए। इन्हें कम जगह में रखने के लिए दूसरे धातु के बर्तनों के साथ भरकर न रखें। इन्हें अलग रखें। नॉन स्टिक कुकवेयर को एक दूसरे में न रखें, इन्हें एक साथ स्टोर करने के लिए किसी नर्म कपड़े या तौलिये में एक के बाद एक करके रखें ताकि एक दूसरे से रगड़ न खायें और इनकी कोटिंग खराब न हो।
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