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ईर्ष्यालु पार्टनर के साथ कैसे निबाहें ?

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:4 March 2018 4:19 PM GMT

ईर्ष्यालु पार्टनर के साथ  कैसे निबाहें ?

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नम्रता नदीम

ईर्ष्यालु पार्टनर के साथ जीवन बिताना बहुत मुश्किल होता है। अपने पार्टनर की हर छोटी-छोटी बात पर शक करना, उसके चरित्र पर अंगुली उ"ाना, उसकी हर गतिविधि पर नजर रखना। इससे दूसरे पार्टनर को बहुत कोफ्त होती है। कई बार पार्टनर की ईर्ष्या कम होने की बजाय बढ़ती जाती है। ऐसी स्थिति में अगर आपका पार्टनर हर समय आप पर शक करे, ऐसे ईर्ष्यालु पार्टनर के साथ संबंध कैसे निबाहें जाएं?
पार्टनर की ईर्ष्या के पीछे कहीं न कहीं दूसरा पार्टनर एक बड़ी वजह होती है। इसलिए अपने पार्टनर की ईर्ष्यालु प्रवृत्ति पर रोक लगाना तभी संभव हो सकता है, जब आप अपने व्यवहार को भी जांचे और परखें। क्योंकि हो सकता है आप ही ऐसा व्यवहार कर रहे हों, जिससे आपका पार्टनर आप पर शक कर रहा है। अपने ईर्ष्यालु पार्टनर की इस प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए आपको अपने व्यवहार पर ध्यान देना होगा। इसके लिए कौन से उपाय किये जा सकते हैं, आइये जानें-
क्यों होती है ईर्ष्या
यदि आपका पार्टनर आप पर शक करता है तो उसकी भावनाओं को समझते हुए समस्या की जड़ को समझने का प्रयास करें। आपका पार्टनर खुद को असुरक्षित क्यों महसूस करता है? कहीं ऐसा तो नहीं कि उसमें आत्मविश्वास की कमी है या वह अतिभावुक है और छोटी से छोटी बात भी उसके लिए ईर्ष्या का कारण बन जाती है या फिर हर बात के लिए उसे आपके एप्रूवल की जरूरत होती है या वह आपके द्वारा आश्वस्त किये जाने पर ही खुद को सुरक्षित महसूस करता है। ऐसी स्थिति में उसकी असुरक्षा के पीछे छिपे कारण को जानने के बाद आप अपने पार्टनर की इस समस्या को और अच्छी तरह समझ सकते हैं।
वजह आप तो नहीं ?
यदि आपका पार्टनर शक्की है तो कहीं इसकी वजह आप तो नहीं? अपने प्रति ईमानदार बनें और इस बात को जांचें कि कहीं आप ऐसा व्यवहार तो नहीं कर रहे, जो आपके पार्टनर के भीतर असुरक्षा का भाव पैदा करके आप दोनो के बीच के विश्वास को कम कर रहा है। लेकिन इसका यह भी मतलब नहीं कि पार्टनर की शक की वजह आप ही हों। हां, उसमें बढ़ते तनाव और अंतर्द्वंद की वजह आपका व्यवहार भी हो सकता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आप दूसरों के साथ ऐसा व्यवहार करते हों, जो उसे बुरा लगता हो? कहीं आप उसके सामने दूसरे लोगों की तारीफ तो नहीं करते और किसी महिला की सुंदर काया के विषय में कमेंट तो नहीं करते? हो सकता है आप ऐसा सहज ही कर रहे हों लेकिन आपका पार्टनर इसे उतनी सहजता से न ले रहा हो। किसी को देर तक देखना या घूरना भी आपके पार्टनर में ईर्ष्या और असुरक्षा का भाव पैदा कर सकता है, इसलिए अपनी आदतों और व्यवहार के विषय में अच्छी तरह जानें और समझें कि कहीं आपका व्यवहार बिना वजह आपके पार्टनर को ईर्ष्यालु बना रहा हो।
पार्टनर को समय दें
यदि आपका पार्टनर आप पर शक करता है जिसके कारण वह खुद को असुरक्षित महसूस करता/करती है तो दूसरे पार्टनर को चाहिए कि ऐसी स्थिति में वह उसे सपोर्ट करे और उसे इस बात का एहसास दिलाये कि उसके जीवन में उसके होने के बहुत मायने हैं। दोनो एक दूसरे के साथ ज्यादा वक्त गुजारें, एक दूसरे से कम्युनिकेट करें, अंतरंगता बढ़ाने के लिए सामूहिक गतिविधि करें। अगर एक पार्टनर ईर्ष्या करता है तो दूसरे पार्टनर को इससे काफी परेशानी और तनाव होता है। ऐसी स्थिति में आपसी मतभेद को जितना ज्यादा समय बढ़ने के लिए दिया जाता है, उतनी देर तक आपका पार्टनर खुद को असुरक्षित महसूस करते हुए निरंतर तनाव में रहता है।
संवाद का सिलसिला बनाये रखें
मनोविदों का मानना है कि पार्टनर की ईर्ष्या दरअसल उसके भीतर की असुरक्षा को दर्शाती है। इसे उसे बात का एहसास होता है कि वह अपने पार्टनर की तुलना में कमतर है। यह चीज उसे अपने दूसरे पार्टनर के सामने जरूरतमंद और पोजेसिव बनाती है। ऐसे में दूसरे पार्टनर को उसके भीतर के डर और असुरक्षा की वजह को जानने की कोशिश करनी चाहिए और उसके डर को दूर करने के लिए उसे सुरक्षा का एहसास कराया जाये। गुस्से में उसे उल्टा-सीधा बोलना, उससे दूर रहना, बात न करना, पार्टनर के भीतर के डर और असुरक्षा को बढ़ाता ही है, घटाता नहीं है।
दो टूक बात करें
ईर्ष्यालु पार्टनर के साथ निगेटिव व्यवहार करने की बजाय दोनो खुलकर बात करें कि किसको किस तरह का व्यवहार बुरा लगता है। पार्टनर को अपने पार्टनर की किस बात से असुरक्षा महसूस होती है। दोनो के बीच किस हद तक आपसी तनाव स्वीकार्य है। आपके पार्टनर को यह समझने की जरूरत है कि सिर्फ उसी की सोच से दोनो जीवन नहीं गुजार सकते, उसे हर हाल में आप पर विश्वास करना होगा। अपने रिश्ते को लंबी उम्र देने के लिए अपने भीतर के डर को निकालकर एक तरफ रखना होगा।
हर बात की सफाई न दें
यदि आपका पार्टनर आप पर शक करता है और हर छोटी-छोटी बात उसके शक की वजह बन जाती है तो उसे सफाई देने के लिए जो वह चाहता है, वह न करें। क्योंकि ईर्ष्यालु पार्टनर की हर इच्छा को पूरी करना संभव नहीं होता। अपने पार्टनर को शक की विना पर अपने फोन के मैसेज दिखाना या अपना फेसबुक अकाउंट खंगालने की इजाजत देना यानी उसे आपकी जासूसी करने की पूरी छूट देना भी गलत है। उसे सिर्फ इतना ही समझाएं कि वह आप पर विश्वास करे। धैर्य बनाकर रखे। अपने पार्टनर के डर और उसके भीतर की शंकाओं को जांचें। कहीं इससे ईर्ष्या की बू तो नहीं आ रही? उसकी कही हर बात को पूरी करना, उसके भीतर के शक को और बढ़ाता है। ऐसी स्थिति में अपने पार्टनर के साथ बात करें और समस्या का समाधान निकालें। उसके साथ वाद-प्रतिवाद की बजाय शांति से बात करें। क्योंकि वह भी अपने भीतर के डर और असुरक्षा से बाहर आने की कोशिश करने के बावजूद जल्दी इन स्थितियों से बाहर नहीं आ पाता। लेकिन धीरे-धीरे ही उसकी शंकाओं का निवारण किया जा सकता है।

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