कुछ अधिकारी व कर्मचारियों का रवैया सरकार विरोधी : कश्यप
किसी भी शासन को अर्थात सरकार को चलाने के लिए प्रशासन का सहयोग जरूरी होता है। क्योंकि सरकार जो भी आदेश या निर्देश जारी करती है तो उन पर अमल करने और सरकार की नीतियों को जनता तक पहुंचाने में प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों की अहम भूमिका होती है। प्रशासन के सहयोग बगैर कोई भी सरकार चलाना बहुत मुश्किल हो जाता है। राज्य के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को कभी अधिकारियों के प्रति नम्र स्वभाव अपनाना पड़ता है तो कभी-कभी उग्र रूप भी धारण करना पड़ता है। क्योंकि बहुत से अधिकारी और कर्मचारी इतने निकम्मे होते हैं कि वे काम करके राजी नहीं होते। अगर ऐसे अधिकारी पब्लिक डिलिंग से जुड़े हो अर्थात् जनता से बराबर रूबरू होते हों और, फिर वे जनता के काम न करे या जनता को परेशान करे तो फिर लोग ऐसे अधिकारियों की शिकायत मंत्री, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचने का प्रयास भी करते हैं। अब उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन तो हो गया। पिछले एक वर्ष से मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में वहां भाजपा सरकार कार्य कर रही है। योगी जी प्रशासन को सुधारने का प्रयास भी कर रहे हैं लेकिन फिर भी निकम्मे अधिकारी व कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। कुछ सांसदों, विधायकों यहां तक की मंत्रियों ने भी इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंचाई है। सांसद धर्मेन्द्र कश्यप भी मुख्यमंत्री के कार्यों से तो खुश है लेकिन कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों के रवैये से खफा है। सांसद का आरोप है कि कुछ अधिकारी और कर्मचारी सरकार विरोधी रर्वया अपनाकर सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।