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मां के भक्तों को श्राइन बोर्ड का तोहफा, कटरा से अदर्धकुंवारी का मनमोहक सफर

👤 Veer Arjun Desk | Updated on:17 Jun 2018 5:32 PM GMT

मां के भक्तों को श्राइन बोर्ड का तोहफा, कटरा से अदर्धकुंवारी का मनमोहक सफर

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चंद्रमोहन शर्मा

हर साल मां वैष्णो देवी के दरबार हाजिरी लगा रहे मुखर्जी नगर निवासी रमेश बजाज पिछले हफ्ते जब कटरा पहुंचकर महामाई सेवा न्यास में रूके तो मैनेजर ने उन्हें कटरा -अर्द्धकुंवारी नए रास्ते के शुरू होने के बारे में बताया तो उन्होंने इस नए रास्ते से पैदल यात्रा पूरी करने का फैसला किया। बजाज अब वैष्णो देवी यात्रा से लौटकर कहते है यकीनन, श्राइन बोर्ड ने मां के भक्तों को बड़ा तोहफा दिया है। बजाज के मुताबिक नए रास्ते में उन्हें कहीं भी थकान का एहसास नहीं हुआ, और करीब सात किमी का यह सफर मां के जयकारे लगाते हुए हमने सवां दो घंटे में पूरा किया वर्ना बाणगंगा रास्ते से हमें करीब साढ़े तीन घंटे लगते थे।

इस बार आप जब मां वैष्णो देवी यात्रा पर जाए तो कटरा-अर्द्धकुंवारी के बीच शुरू हुए इस नए रास्ते से ही जाए जाने से पहले इस नए रूट के बारे में जान लीजिए। कटरा रेलवे स्टेशन से लगभग दो किमी और कटरा बस स्टैंड से डेढ़ किमी की दूरी पर कटरा रियासी रोड पर बालिनी ब्रिज शुरू इस पूरे रूट में आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हुए करीब सवां दो घंटे में अर्द्धकुंवारी पहुंच सकते है। दूसरी और बाणंगगा से अर्द्धकुंवारी की दूरी करीब 6 किमी है वहीं कटरा-अर्द्धकुंवारी के नए रूट की दूरी एक किमी ज्यादा होने के बावजूद आप इस नए रास्ते से जल्दी पहुंच सकते है इसकी वजह नए रास्ते में कठिन, घुमावदार चढाई ना होना, घोड़े खच्चरों के ना चलने से आपका सफर और आसान हो जाता है।

नए रास्ते में यात्रा करने वाले यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसकी पूरी व्यवस्था है, सात किमी के पूरे रास्ते को फैब्रिकेटेड शीट्स से ढका गया है, इसका फायदा यह है कि अगर सफर के दौरान अचानक बारिश हो जाए या पहाड़ी रास्ते पर पत्थर गिरते है तो भी आप बिना रूके यात्रा कर सकते है। बजाज के मुताबिक इस पूरे ट्रैक पर फिलहाल सिर्फ एक डिस्पेंसरी हैआने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी ऐसे में इस रूट पर कम से कम तीन डिस्पेंसरी होनी चाहिए। नए रूट पर यात्रा करके लौटे डॉक्टर राजेश गर्ग कहते है नए रूट पर यात्रियों को रास्ते के प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन करने के लिए चार ऐसे व्यू प्वाइंट बनाए गये है जहां आप कुछ क्षण रूक चारों और फैली हरियाली को निहार सकते है, इस रूट पर फिलहाल शुरू हुए सिर्फ चार इटिंग प्वाइंट पर यात्रियों की भीड़ लगने लगी है, इसकी वजह नए रास्ते में कहीं और खानपान की कतई व्यवस्था ना होना है, तो लंच और डिनर के लिए सिर्फ दो रेस्तरां है इनमें फूड आइटम्स के रेट मार्केट से कहीं ज्यादा है, श्राइन बोर्ड को बाणगंगा रूट की तर्ज पर इस नए रूट के किसी प्वाइंट पर लंगर का अरेजमेंट करना चाहिए।

कटरा-अर्द्धकुंवारी के इस नए रूट पर लगभग एक किमी की दूरी पर फ्री शौचालय की व्यवस्था और आरो वाटर का इंतजाम किया गया है। इस नए रूट के बीचो बीच लगा वफ्फलोटिंग फाऊंटेन श्रद्धालुओं के मन को मोहता है, इस फाउंटेन की सुंदरता और पानी की घुमावदार फुहारे आपको कुछ क्षण यहां रूकने पर मजबूर करती है। इतना हीं नहीं इस नए ट्रैक पर एंटी स्किड टाइल्स लगी है जिससे यात्रा के दौरान भक्तों को फिसलन का खतरा नहीं है।

और हां,, वैष्णो देवी गुफा से भैरो मंदिर तक रोप-वे काम भी जारी है जल्दी ही मां के भक्त सिर्फ तीन मिनट में वैष्णो देवी गुफा से भैरो मंदिर पहुंच सकेंगे।

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