विलुप्त होने के कगार पर खड़ा खरमोर पक्षी
के.पी.सिंह
बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी द्वारा किये गये एक अध्ययन के अनुसार पूरी दुनिया में 10 पक्षियों की प्रजातियां और बायो डाइवर्सिटी एरिया विलुप्त होने की कगार पर हैं। इन 10 पक्षियों में कच्छ के मशहूर फ्लेमिंगों के अलावा खरमोर भी है। जीव वैज्ञानिकों ने अपनी अध्ययन रिपोर्ट में इस बात का संकेत दिया है कि विश्व की सभी संकटग्रस्त प्राणी प्रजातियों में से 90 प्रतिशत केवल पक्षियों की प्रजातियां हैं। दरअसल वनों की कटाई, पर्यावरण में आने वाले परिवर्तन, प्रदूषण की मार, कृषि योग्य भूमि का प्रसार, कृषि कार्यों में कीटनाशकों का बेतहाशा इस्तेमाल और बढ़ता शहरीकरण। ये तमाम कारण हैं जिनकी वजह से पक्षियों के अस्तित्व पर बहुत गहरा संकट छा गया है। यही वजह है कि सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं दुनिया के ज्यादातर हिस्सों से बड़े पैमाने पर पक्षी प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं