किंदाबी श्रीकांत जकार्ता में छुआ बुलंदियों का नया आसमान
सारिम अन्ना
गुजरे रविवार (18 जून 2017) को खेल की दुनिया में भारत के लिए बहुत कुछ अविश्वसनीय हुआ। किसी को यकीन नहीं था कि आईसीसी रैंकिंग में आ"वें नंबर की कमजोर पाकिस्तानी टीम, जिसे लीग स्तर में 124 रन से भारत ने करारी शिकस्त दी थी, उसी से भारत चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में बिना संघर्ष किये ही हार जायेगा। लेकिन यही हुआ। ओवल (लंदन) में दूसरे रैंकिंग की टीम भारत 180 रन से पराजित हो गयी। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने 4 विकेट के नुकसान पर 338 रन बनाये, जिसके जवाब में भारत 30.3 ओवर में कुल 158 रन ही बना सका।
बहरहाल, उसी दिन लंदन के दूसरे छोर पर भारत की हॉकी टीम पाकिस्तान को बुरी तरह से रौंद रही थी। हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल के पूल बी के लीग मैच में भारत ने पाकिस्तान को 7-1 से पराजित किया और अपने पूल को टॉप करते हुए क्वार्टर फाइनल में फ्रवेश किया। भारत के लिए ड्रैग फ्लिकर हरमनफ्रीत सिंह (13, 33वें), तलविंदर सिंह (21, 24वें ) और आकाशदीप सिंह (47, 59वें मिनट) ने दो-दो गोल किये, जबकि फ्रदीप मोर (49वें मिनट) ने एक गोल किया। मुहम्मद उमर बुट्टा (57वें मिनट) ने पाकिस्तान के लिए एकमात्र सांत्वना गोल किया।
लेकिन रविवार को सबसे अविश्वसनीय कारनामा भारतीय शटलर किंदाबी श्रीकांत ने करके दिखाया। श्रीकांत ने उस इंडोनेशियन ओपन सुपर सीरीज फ्रीमियर का खिताब अपने नाम किया, जिसमें विश्व के नंबर एक खिलाड़ी कोरिया के सन वान हो, रिओ ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता चीन के चेन लांग और रजत पदक विजेता मलेशिया के ली चोंग वेई जैसे महान बैडमिंटन खिलाड़ी हिस्सा ले रहे थे।