इस दशक के अंत तक आ जायेंगी उड़ने वाली कारें
आरिज जफर
टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को फ्रभावित करती है, यह बात सभी जानते हैं। इसलिए यह चर्चा हमेशा बनी रहती है कि भविष्य में कौन-कौन सी टेक्नोलॉजी हम पर असर डालेंगी और उन्हें कौन सी कंपनियां बना रही हैं। पिछले कुछ सप्ताह के दौरान कुछ बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपने नये उत्पादों के संबंध में बड़ी-बड़ी घोषणाएं की हैं।
इस पृष्"भूमि में हमें यह आशा करनी चाहिए कि उबेर चालक हवाईजहाज-रानी (नेविगेशन) टेक्नोलॉजी का फ्रयोग बेहतर तरीके से करना सीख जायेंगे; क्योंकि उन्हें जल्द ही एक अतिरिक्त स्थिति को संभालना होगा। डलास, टेक्सास में हाल ही में उबेर ने एक सम्मेलन का आयोजन करके अपनी फ्रस्तावित उड़न कार योजना की घोषणा की, जिसे एलिवेट नाम दिया गया है। यह योजना चुने हुए शहरों में 2020 तक शुरू हो जायेगी। दूसरे शब्दों में वह वीटओल (वर्टीकल टेकऑफ एंड लैंडिंग) वाहनों को अपने कारों के दल में शामिल करेगी। इसके लिए उबेर रियल एस्टेट कम्पनियों, चार्जिंग नेटवर्क ओपेरटरों व वीटओल एयराफ्ट निर्माताओं से पार्टनर्शिप कर रही हैं, इसका लाभ यह होगा कि उबेर के बड़ी संख्या में ग्राहक उनके तैयार उत्पाद लेने के लिए उपलब्ध रहेंगे।
स्वाभाविक है कि दुबई उन शहरों में है जिनमें इस योजना को लागू किया जायेगा और डलास ने भी इसमें हिस्सा लेने में दिलचस्पी दिखायी है। सभी महत्वाकांक्षी फ्रोजेक्टों की तरह इस योजना में भी टेक्निकल व कानूनी बाधाएं हैं। लेकिन अगर यह योजना उड़ान भर लेती है तो इस दशक के अंत तक हमारी यात्रा करने की कहानी पूर्णतः बदल जायेगी। यातायात टेक्नोलॉजी के भविष्य से भारत भी