शक्तिमान मामला वापस लेगी उत्तराखंड सरकार
देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने वर्ष 2016 में राज्य विधानसभा का घेराव करने जा रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मसूरी क्षेत्र के विधायक गणेश जोशी पर पुलिस के अश्व शक्तिमान की टांग तोडऩे के आरोप में चल रहे मुकदमे सहित पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं के विरूद्व दर्ज कराए गए सभी मुकदमे वापस लेने का निर्णय लिया है। राज्य के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने यूनीवार्ता को बताया कि 14 मार्च, 2016 में बजट सत्र के दौरान भाजपा विधायक गणेश जोशी पर पुलिस के अश्व शक्तिमान की टांग तोडऩे का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी तरह राज्य के विभिन्न जिलों में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने आंदोलन कर रहे रहे भाजपा कार्यकर्ताओं तथा जन प्रतिनिधियों के विरूद्व राजनैतिक दुर्भावना से विभिन्न धाराओं में मुकदमे पंजीकृत कराए थे। उन्होंने बताया कि सरकार ने ऐसे सभी मुकदमे जांच के उपरांत वापस लेने का निर्णय ने लिया है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ विधानसभा तक रैली निकाली थी। इस दौरान पुलिस कर्मियों और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। आरोप है कि इस दौरान भाजपा विधायक गणेश जोशी ने पुलिस की लाठी छीन कर फटकारी जिससे पुलिस के घोड़े शक्तिमान की टांग टूट गई। उनका वीडियो भी सामने आया था। बाद में घोड़े शक्तिमान की मौत हो गई थी। यह मामला सदन में भी खूब गूंजा। दिल्ली तक भी इसकी गूंज सुनाई दी। पुलिस ने इस मामले में विधायक गणेश जोशी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। मामले की सीबीसीआईडी जांच के आदेश भी दिए गए थे।