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भारत विकास परिषद से जुड़कर भारतीयता का अनुभव किया जा सकता है : त्रिवेन्द्र

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:10 March 2018 5:03 PM GMT
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वीर अर्जुन संवाददाता

हरिद्वार/देहरादून, । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने षनिवार को हरिद्वार में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित '`फ्रौढ़ एवं परिवार साधना शिविर'' कार्पाम में पतिभाग किया। कार्पाम में परिषद के ग्यारह फ्रांतों से सदस्य कार्यकर्ता शामिल थे। कार्पाम में कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, मेयर हरिद्वार मनोज गर्ग, परमार्थ आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंदमुनी, भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के.डी गुप्ता उपस्थित थे।
कार्पाम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद ने कहा कि परिषद के नाम से ही कार्य परिलक्षित होता है। कुछ लोग ऐसा समझते है कि भारत विकास परिषद भी अनेक क्लबों की भांति बनाया गया कोई क्लब होगा, जबकि भारत विकास परिषद अपने आप में एक विशेष संग"न है, जो भारतीय जीवन पद्धति से जीवन व्यतीत करना व भारतीय संस्कृति से लोगें को जोड़ने का कार्य कर रहा है। भारत विकास परिषद से जुड़कर भारतीयता का अनुभव किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अनेक बार आयी आपदाओं के दौरान उन्होंने भारत विकास परिषद को सेवा कार्यों में तन-मन-धन से योगदान देते हुए देखा है। मुख्यमंत्री ने भारत सेवा विकास परिषद से आह्वान करते हुए कहा कि वह आगे आए और फ्रधानमंत्री श्री नरेन्द मोदी द्वारा गंगा को शीघ्र स्वच्छ बनाने, कुपोषित माता व बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिए चलाये जा रहे नव भारत निर्माण के अभियान में तन, मन, धन से अपना सहयोग और योगदान दें।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि जिस फ्रकार भारत विकास परिषद समाज में संस्कार, संस्कृति और नैतिकता के संवाहक के रूप में कार्य कर रही है, वैसे ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले एक साल में पदेष की जनता को भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन दिया है। यही कारण है कि विरोधी ताकतें भी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा पायी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पंतद्वीप पहुंचकर बाबा बंशीवाले से भी भेंट की।

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