Home » उत्तराखंड » पुलिस को शक कि किसी मठ में छिपा हो सकता है हत्यारोपी

पुलिस को शक कि किसी मठ में छिपा हो सकता है हत्यारोपी

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:11 March 2018 4:55 PM GMT
Share Post

देहरादून/दिल्ली, (आजखबर)। राजधानी दिल्ली के सेंट स्टीफंस अस्पताल में एक रेडियोलॉजी इंटर्न द्वारा अपने साथी की हत्या किए जाने के छह महीने से भी अधिक समय बीतने के बाद भी अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस को संदेह है कि हत्या का आरोपी उत्तराखंड के किसी मठ में छिपा हो सकता है। डॉ. शाश्वत पांडेय पिछले साल अगस्त में अस्पताल में अपने विश्राम कक्ष में मृत मिले थे। उनका गला कटा हुआ था। अस्पताल में उनके साथी सुयश गुप्ता ने कथित तौर पर उनकी हत्या कर दी थी। पांडेय की हत्या के बाद आरोपी गुप्ता दिल्ली से फरार हो गया, जिसके बाद उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया। वह छह महीने बाद भी लापता है और जिला पुलिस तथा ाढाइम ब्रांच उसकी तलाश कर रही है। गुप्ता की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस के मुताबिक, उन्हें पता चला है कि आरोपी पिछले साल अगस्त में हरिद्वार की एक लॉज में रुका था, लेकिन उसके बाद से उसका ठिकाना नहीं पता चला है। सूत्रों के अनुसार गुप्ता जब 28 अगस्त के आसपास लॉज में रुका था तो उसने अपना सेलफोन एक वेटर को दे दिया था। उसने वेटर से एक साल के बाद सेलफोन खोलने को कहा था, लेकिन वेटर ने इसे नवंबर में ही चालू कर लिया। लॉज का पता लगा लिया है, लेकिन वहां से कोई सुराग नहीं मिला। पता चला था कि जब लॉज प्रबंधक को गुप्ता के बारे में संशय हुआ तो उसे वहां से जाने को कह दिया गया। गुप्ता के उत्तराखंड के किसी मठ में छिपे होने का शक है। वह डॉक्टर है और संदेह है कि वह वहां किसी मठ में काम कर रहा हो। हो सकता है कि उसने नई पहचान अपना ली हो और चेहरा तथा भेष भी बदल लिया हो। बताया जाता है कि गुप्ता अकेला ही रहता था और पांडेय ही उसका एक दोस्त था। पुलिस के मुताबिक गुप्ता और पांडेय अच्छे दोस्त थे और साथ में रहते भी थे। लेकिन हालात तब बिगड़ गए जब पांडेय की दोस्ती एक नर्स से हो गई और वह गुप्ता को अधिक वक्त नहीं देता था। दोनों के बीच झगड़ा हो गया और गुप्ता ने पांडेय को मारने की साजिश रच डाली।


Share it
Top