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राजभवन में 24 व 25 फरवरी को होगा `बसन्तोत्सव' का आयोजन

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:16 Jan 2018 4:48 PM GMT
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वीर अर्जुन संवाददाता

देहरादून। इस वर्श राजभवन में बसंत उत्सव का आयोजन 24 व 25 फरवरी को किया जाएगा। उत्तराखण्ड के उच्च स्थानों पर पाये जाने वाले `जम्बू' पुष्प पर स्पेशल पोस्टल कवर, डाक विभाग के सौजन्य से जारी किया जाएगा। मंगलवार को राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल की अध्यक्षता में आयोजित बै"क में बसंत उत्सव के आयोजन के संबंध में अनेक निर्णय लिए गए।
राज्यपाल ने कहा कि बसंत उत्सव के अवसर पर आयोजित चित्रकला पतियोगिता में अधिक से अधिक स्कूली बच्चों को पतिभाग करने के लिए पेरित किया जाए। पोस्टल कवर के लिए ऐसे पौधे को लिया जाए जो कि उत्तराखण्ड से जुड़ा हो। इस पर व्यापक विचार विमर्ष के बाद स्पेषल पोस्टर के लिए `जम्बू' पर सहमति व्यक्त की गई। यह हिमालय में पाया जाने वाला पौधा है जो कि औशधीय गुणों से भरपूर है। उत्तराखण्ड के उच्च पर्वतीय भागों में स्थानीय लोगों द्वारा इसका उपयोग औशधी के साथ सब्जी व मसालों के रूप में भी किया जाता है। राज्यपाल ने कहा कि बसंत उत्सव के आयोजन के पीछे उद्देष्य है कि उत्तराखण्ड में फ्लोरीकल्चर व ऐरोमेटिक पौधों की खेती को बढ़ावा दिया जाए।
फूलों की खेती के माध्यम से किसानों की आय को दोगुनी करने के पधानमंत्री श्री नरेंद मोदी जी के लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है। उद्यान विभाग केवल बसंत उत्सव तक सीमित न रहे बल्कि इन पयासों को लेकर बागवानों, काष्तकारों तक पहुंचे। राज्यपाल ने कहा कि इस आयोजन को ऐसा स्वरूप देना होगा कि दूर-दराज के पुश्पोत्पादन, जड़ी-बूटी, सगन्ध पौधों तथा अन्य जैविक उत्पादों की व्यावसायिक खेती से जुड़े काष्तकारों/उत्पादकों व ग्राहकों के लिए मंच के रूप में स्थापित हो सके। इन व्यवसायों से जुड़े काष्तकारों को मार्केट भी उपलब्ध करवाने के पयास करने होंगे। बताया गया कि पुश्प पदर्षनी आम जनता के लिए 24 फरवरी को दोपहर 12 बजे से सांय 6 बजे तक व 25 फरवरी को सुबह 8 बजे से सांय 6 बजे तक खुली रहेगी। इस वर्श कुल 9 श्रेणियों में 147 पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। 24 फरवरी की सायं संस्कृति विभाग के सौजन्य से लोक कलाकारों द्वारा राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक पस्तुत की जायेगी। आईएचएम व जीएमवीएन के सौजन्य से फूड कोर्ट भी लगाए जाएंगे। आई.टी.बी.पी, आई.एम.ए अपने बैण्ड के साथ ही अन्य विषिश्ट पदर्षनों द्वारा आकर्शक पस्तुति दी जाएगी। उत्सव में 34 विभाग व संस्थाएं पतिभाग करेंगी। 25 फरवरी को `पुश्प पदर्षनी' के अन्तर्गत आयोजित विभिन्न पतियोगिताओं के विजेता पतिभागियों को राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत करने के साथ ही दो दिवसीय कार्पाम का समापन होगा।
इस वर्ष भी व्यावसायिक, निजी पुष्प उत्पादकों सहित विभिन्न सरकारी उद्यानों की पुष्प पदर्शनी एवं पतियोगिता, पुष्प आधारित रंगोली, विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों की चित्रकला पतियोगिता भी आयोजित होगी। फूलों तथा पाकृतिक सौन्दर्य पर आधारित फोटो पदर्शनी, पेंटिंग तथा विषेश डाक टिकटों की पदर्शनी भी लगायी जायेगी। पुष्प पदर्शनी/पतियोगिता हेतु विभिन्न श्रेणियों की कई पतियोगिताएं पस्तावित हैं जिनमें कट फ्लावर, पौटेड प्लांट अरेंजमैंट, लूज फ्लावर अरेंजमैंट, हैंगिंग पॉट्स जैसी सभी पतियोगिताओं के साथ-साथ `ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी' भी आयोजित होगी।
राज्यपाल ने बै"क में पदर्शनी के पतिभागियों, आगन्तुकों तथा आयोजकों के लिए खान-पान, पेयजल, अस्थाई शौचालय, पाथमिक स्वास्थ्य चिकित्सा, जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं/सुविधाएं शीर्ष पाथमिकता के आधार पर सुनिश्चित करने के साथ ही स्वच्छता, सुरक्षा तथा पार्किंग व्यवस्था पर विषेश ध्यान देने के निर्देश दिए। बै"क में पमुख सचिव मनीशा पंवार, सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, सचिव दिलीप जावलकर, अरविंद सिंह हयांकि सहित पर्यटन, उद्यान, आई.टी.बी.पी, आई.एम.ए, ओ.एन.जी.सी, आई.आई.टी, रूड़की, आई.एच.एम, जी.एम.वी.एन, पर्यटन, मौसम, भारतीय डाक, वन विभाग, पुलिस, संस्कृति, वित्त तथा उद्यान विभाग के वरिश्" अधिकारियों सहित विभिन्न केन्दीय एवं राजकीय विभागों/संस्थानों के वरिष्" पतिनिधि आदि भी उपस्थित थे।

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