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हरदा की बढ़त से प्रीतम असहज, खेलेंगे मास्टर स्ट्रोक

👤 manish kumar | Updated on:9 Dec 2019 6:06 AM GMT

हरदा की बढ़त से प्रीतम असहज, खेलेंगे मास्टर स्ट्रोक

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देहरादून । कांग्रेस के उत्तराखंड अध्यक्ष और चकराता के विधायक प्रीतम सिंह सदन में अब आक्रामक पारी खेलने के मूड में हैं। पार्टी में अपने धुर विरोधी पूर्व सीएम हरीश रावत ने जिस तरह से गैरसैंण और किसानों के मुद्दे को लपककर बढ़त बनाई है, उससे प्रीतम सिंह असहज हैं।

यही कारण है कि दो दिन की छुट्टी के बाद जैसे ही विधानसभा सत्र की कार्यवाही एक बार फिर से शुरू होगी, प्रीतम सिंह आक्रामक अंदाज में नजर आएंगे। प्रीतम की कोशिश भ्रष्टाचार के मसले पर सरकार की घेराबंदी की है। एक खास मुद्दे पर वह होमवर्क कर रहे हैं, लेकिन खुलासा करने के लिए तैयार नहीं हैं।

कांग्रेस में वर्षों के साथ के बावजूद हरीश रावत और प्रीतम सिंह की आपस में कभी नहीं पटी है। हरीश रावत सरकार में प्रीतम सिंह गृह मंत्री रहे थे, लेकिन दोनों के बीच की अदावत गाहे बगाहे सामने आती रहती थी। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद प्रीतम सिंह प्रदेश अध्यक्ष बने तो इस अदावत को और पंख लग गए। आज की तारीख में कांग्रेस में हरीश रावत एक धड़े की अगुवाई करते है तो दूसरे धड़े में प्रीतम सिंह नेता प्रतिपक्ष डाॅ इंदिरा हृयेश के साथ खड़े नजर आते हैं।

दो-दो विधानसभा सीट से एक साथ चुनाव लड़कर हारने के बावजूद हरीश रावत उत्तराखंड की सियासत में अपनी मौजूदगी बनाए हुए हैं। विधानसभा सत्र के दौरान सड़कों पर एक के बाद एक कार्यक्रम देकर हरीश रावत ने बढ़त बना ली है। वह गैरसैंण में उपवास पर बैठ चुके हैं, तो किसानों को साथ लेकर विधानसभा के बाहर आंदोलन चला चुके हैं। इस बीच प्रीतम सिंह ने सदन में कुछ मुद्दों पर चर्चा की तो है, लेकिन वह बहुत प्रभावी नहीं दिखाई दिए हैं। ये ही कसक उन्हें अब कुछ खास करने के लिए प्रेरित कर रही है। प्रीतम इशारा कर रहे हैं कि सदन में वह एक खास मुद्दे को उठाकर सरकार की नाम में दम कर देंगे। हालांकि यह मुद्दा क्या है, इसे वह बताने के लिए तैयार नहीं है।

इधर, कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि प्रीतम सिंह जिस मुद्दे पर होमवर्क कर रहे हैं, वह सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस को चुनौती देने वाला होगा। इसे भांपते हुए ट्रेजरी बेंच ने भी अपनी फलोर मैनेजमेंट के लिए दिमागी घोड़े दौड़ाने शुरू कर दिए हैं। हालांकि प्रीतम सिंह जिस मुद्दे को उठाने जा रहे हैं, उसमें उनके वो विधायक कितना साथ देते हैं, जिन्हें हरीश रावत का करीबी माना जाता है, ये देखने वाली बात होगी।

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