Home » उत्तर प्रदेश » पाकृतिक जल संसाधनों को भविष्य के लिए करें सुरक्षित : डीआईओएस

पाकृतिक जल संसाधनों को भविष्य के लिए करें सुरक्षित : डीआईओएस

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:11 March 2018 4:47 PM GMT
Share Post

ललितपुर (वीअ)। विज्ञान एवं पौद्योगिकी परिषद उ.प. के तत्वाधान में जिला विज्ञान क्लब द्वारा राजकीय हाईस्कूल कुम्हैड़ी, तहसील महरौनी में स्वच्छ पेयजल की गुणवत्ता, परीक्षण, उपयोग एवं भण्डारण तथा जल स्रोतों के संरक्षण पर एक दिवसीय कार्यकम का आयोजन जिला विद्यालय निरीक्षक वीरेन्द कुमार दुबे के मुख्य आतिथ्य में किया गया। कार्यकम में डीआईओएस ने कहा कि बुन्देलखण्ड में जल की अत्याधिक कमी है, यहां बहुत अधिक आवश्यकता है कि हम पाकृतिक जल संसाधनों का न केबल समुचित पयोग करें, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए भी सुरक्षित रखें।

सर्वपथम जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक सत्येन्द शिवा द्वारा कार्यकम की रूपरेखा पस्तुत की गयी एवं कार्यकम के उद्देश्यों पर पकाश डाला गया। कार्यकम में जल निगम से आये हुये विशेषज्ञों पवेश कुमार, अजय कुमार यादव अवर अभियन्ता, सतीश लिटौरिया लैब असिस्टेंट द्वारा विद्यालय में उपस्थित जल स्रोत हैण्डपम्प के जल का परीक्षण पायोगिक रूप से करके पेयजल की गुणवत्ता एवं परीक्षण को विस्तार से छात्रों को बताया। कार्यकम में राजकीय इण्टर कालेज के रसायन विज्ञान पवक्पा अमित शुक्ला द्वारा जल पदूषण से होने वाले रोगों एवं उपाय के साधनों पर विस्तार से व्याख्यान पस्तुत किया। कार्यकम के दौरान पाकृतिक जल संसाधन एवं उनका संरक्षण विषय पर पोस्टर, चित्रकला पतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसे श्रीवर्णी जैन इण्टर कालेज की कला अध्यापिका ब्रजबाला सेइया द्वारा जांचा गया।
कार्यकम में जिला विज्ञान क्लब के सह समन्वयक रामजी पटेल द्वारा पेयजल संरक्षण विषय पर क्विज पतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें श्रेष्ठ 10 छात्रों को डीआईओएस द्वारा पुरुस्कार वितरण किया गया। अध्यक्षता पधानाचार्या शीलम गुप्ता द्वारा की गयी। विशिष्ट अतिथि श्रीराम समाधिया द्वारा भी इस विषय पर संबोधित किया गया। इस दौरान गोविंद सिंह राजपूत, ए.पी.सिंह, अनु गौतम मौजूद रहे। संचालन शिपा श्रीवास्तव एवं आभार पधानाचार्या शीलम गुप्ता द्वारा व्यक्प किया गया।

Share it
Top