Home » उत्तर प्रदेश » पेम संबंध में बाधक बनने पर तपेश पंडित की गोली मारकर हत्या

पेम संबंध में बाधक बनने पर तपेश पंडित की गोली मारकर हत्या

👤 Veer Arjun Desk 4 | Updated on:22 May 2018 4:32 PM GMT
Share Post

गोवर्धन, (रोहन सिंह )। विगत 7 मई को राल निवासी तपेष पंडित की हत्या का खुलासा हो गया है। पकड़े गये हत्यारोपी ने पुलिस को बताया है कि उसी के गांव के रहने वाली युवती से उसके संबंध थे। उसका लड़की के साथ मिलना और आना-जाना भी था लेकिन तपेष को यह बात अच्छी नहीं लगती थी। कई बार इस बात को लेकर झगड़ा भी उसके साथ हो चुका था। अंत में उसने तपेष को "िकाने का लगाने का प्लान तैयार किया और अन्य तीन साथियों के सहयोग से मुखराई मोड़ के समीप तपेष को गोली मार दी। पुलिस ने हत्या के दो आरोपियों को मय तमंचा व कारतूस के पकड़ा है। दो आरोपी अभी फरार है।

घटपाम के अनुसार 7 मई की रात्रि को मुखराई रोड पर राल निवासी तपेष पंडित को गोली मार दी थी। गोली मारने के बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। इसके गंभीर हालत में उसे दिल्ली अस्पताल ले गये और 15 मई को सरगंगाराम हॉस्पीटल में उसने दम तोड़ दिया। तपेष की मौत के बाद ग्रामीणों ने हत्या की खुलासे की मांग की थी। पुलिस लगातार घटना के खुलासे को लेकर लगी हुई थी। पेस वार्ता में एसपी देहात मथुरा आदित्य षुक्ला ने बताया कि तपेष हत्या की घटना को लेकर मुखबिर से पता चला कि हत्या के दो आरोपी भागने की फिराक में हैं इस पर थाना पभारी निरीक्षक संसार सिंह रा"ाr व चौकी पभारी सुनील कुमार पांडेय मय फोर्स के छटीकरा तिराहे पर खड़े हो गये और संदिग्ध दोनों युवकों को पकड़ लिया। पकड़े गये युवकों ने अपना नाम पकाष पुत्र पहलाद व योगेष पुत्र सुघड़ी निवासीगण ग्राम कोन्हई थाना गोवर्धन बताया है। दोनों के पास से एक-एक तमंचा मय दो-दो जिंदा कारतूस के बरामद किये हैं। अभियुक्तगण ने घटना का जुर्म इकबाल करते हुए पकाष पुत्र पहलाद निवासी कोन्हई ने बताया कि उसके मनीशा पुत्री लक्ष्मीनारायण षर्मा निवासी कोन्हई से चार साल से संबंध थे। मृतक तपेष ने मनीशा की षादी अपने साडू के लड़के संतोश कुमार निवासी जिखिनगांव थाना गोवर्धन से करा दी। इसके बाद भी पकाष संबंध के चलते मनीशा से मिलने के लिए जाता रहता था। यह बात तपेष षर्मा तथा मनीशा के पति संतोश को अच्छी नहीं लगती थी। इसी बात को लेकर मृतक तपेष षर्मा से कई बार कहासुनी हो गई। आरोपी तपेष षर्मा से बेईज्जती को बदला लेना चाहता था। इसलिए उसने यह बात गुड्डू, किषनू व योगेष को बताई थी। गुड्डू षातिर बदमाष है जो कि योगेष का दोस्त है। घटना से पहले चारों आरोपियों ने राल के पहलवान होटल पर खाना खाया। इसी होटल पर तपेष को "िकाना लगाने की योजना तैयार की। योजना के अनुसार ही पकाष, योगेष, किषनू और गुड्डू मुखराई मोड़ पर पुलिया के निकट तपेष पंडित के लौटने का इंतजार करने लगे। इस पर 7 मई को समय करीब 11 बजे तपेष अपनी मोटरसाइकिल से अपने घर के लिए आ रहा था कि उस पर हाथों पर लगे तमंचों से फायर कर दिया और आरोपी राधाकुंड की ओर भाग गये।

Share it
Top