चार सिपाही बने बलि के बकरा अधिकारी मस्त
लोनी, (स्नेहलता)। एwसा लग रहा है कि लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चाहे वह किसी भी विभाग में क्यों ना हो ? भ्रष्टाचार के विरोध में 28 तारीख के बाद विधायक ने अपने हजारों समर्थकों के साथ एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। विधायक का आरोप है सीओ लोनी की जांच में चौकी इंचार्ज को निर्दोष बताया गया है। जबकि, हकीकत कुछ और ही है। वहीं, एक ट्रैक्टर चालक शौकीन का आरोप है कि मुझसे पैसे लिए और सीओ लोनी कह रहे हैं कि वह ईमानदार हैं। विधायक का कहना है की पुलिस उनकी हत्या का प्रयास करने वालों के साथ मिली हुई है। कैराना लोकसभा चुनाव में व्यस्त होने के चलते चुनाव के बाद भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों का सफाया मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जनता के सहयोग से करेंगे। विधायक ने घोषणा की आने वाली 28 मई के बाद 50,000 लोगों को लेकर एसएसपी कार्यालय पर तब तक रहेंगे जब तक जिले का एक -एक बेईमान अधिकारी जेल नहीं चला जाएगा। लेकिन क्षेत्रवासियों का कहना है कि विधायक नंदकिशोर गुर्जर सत्तापक्ष के एमएलए हैं फिर भी उन्हें धरना प्रर्दशन की जरुरत पड़ रही है या फिर भाजपा की सरकार में विधायकों का कोई महत्व नही होता है।नंदकिशोर के हस्तकक्षेप के बाद बार्डर थाने के चार सिपाहियों को बलि का बकरा बनना पड़ा और उनको एसएसपी ने निलंवित कर दिया लेकिन सिपाही बगैर हकीकत पर नजर डाली जाए तो माजरा कुछ और ही होता है सिपाहियों से अवैध उगाही करवाने वाला उनका अधिकारी ही होता जो क्योंकि पैसा किसको बुरा लगता है।