एडीएम ने किया तहसील छाता का निरीक्षण, तहसील मे हडकंम्प
मिली खामियॉ ही खामियॉ
Aवीर अर्जुन संवाददाता
छाता। एडीएम राजस्व एवं वित्त रविन्द कुमार ने तहसील के सभी विभागों का वारीकी से निरीक्षण किया। जिसमें हर एक पटेल पर खामियॉ ही खामॅया ही नजर आई। नाराज एडीएम ने तहसील के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए दस्तावेज को दुरस्त कर उन्हें सुधारने तथा सूचना देने के आदेश दियें। एडीएम ने तहसील से स्थानातंरित कर्मचारी जो सालों से चार्ज नही छोड रहे है। उन्हें जिलाधिकारी के संज्ञान मे लाये जाने और 5 दिन मे उनके खिलाफ कार्यबाही करने के निर्देष उपजिलाधिकारी छाता को दिये।
एडीएम ने अपरान्ह ढाई बजे रजिस्ट्रार कानूनगों दफ्तर में रख रखाव, अभिलेखो, आर 6, मिसिल बंद आदि का गहन अवलोकन एवं निरीक्षण किया। जिसमे दाखिल खारिज मे भारी अनियमिततायें मिली, रिकार्ड का रखरखाव "ाrक नही मिला तथा रिकॉड रूम मे पूर्व मुआयने मे दिये निर्देषों के बावजूद अग्नि शमन सिलेन्डर व बालू आदि सामान मौके पर नही मिलें । जिसपर एडीएम ने भारी नाराजगी व्यक्त की। नकल नबीस को कोर्ट फीस का ज्ञान न होने पर जकर फटकार लगाई और तहसीलदार पर राजस्व को क्षति पहुचानें का आरोप लगाते हुये भारी नाराजगी व्यक्त की। आर सिक्स रजिस्टर पर विभिन्न लेखों से अंकित आदेष मिलें। जिसपर एडीएम ने इसे विधि विरूद्व बताया। तदोपरांत संग्रह विभाग का निरीक्षण किया जिसमे सर्विस बुक, आर सी रजिस्टर का रखरखाव, बसूली कार्य पर अंसतोंश जताया। मौजा षेरगढ पर अमीनों के स्थानातंरण मे एक ही आदेष को दो बार संषोधित करने पर तहसीलदार की कार्यपणाली पर नाराजगी जताई। तहसील में पाईवेट कर्मचारियों के हवाले की षिकायत पर एडीएम ने सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
एडीएम के निरीक्षण से तहसीलदार सहित सभी कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में व्यवस्थओं को दुरस्त करने का पयास किया किन्तु तेजतर्रार एडीएम ने उनकी चोरी पकड कर जमकर लताड लगाई। वहीं उपजिलाधिकारी आदित्य कुमार के कार्य के पति संतोश जताते हुये अधिनस्थों पर लगाम लगाने के निर्देष दियें। इस दौरान रजिस्ट्रार कानूनगों चन्दपाल बार्श्णेय, कन्हैयालाल, नायब तहसीलदार दुर्गेष यादव आदि उपस्थित रहे।