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मायावती का योगी पर हमला, कहा गोरखपुर मठ भेजे जाएं या उप्र में राष्ट्रपति शासन लगाए केन्द्र

👤 mukesh | Updated on:1 Oct 2020 8:40 AM GMT

मायावती का योगी पर हमला, कहा गोरखपुर मठ भेजे जाएं या उप्र में राष्ट्रपति शासन लगाए केन्द्र

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लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश में महिला अपराधों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने हाथरस प्रकरण के बाद बलरामपुर में भी इस तरह की दुस्साहसिक वारदात सामने आने के बाद कड़ी नाराजगी जतायी है। कहा कि इस घटना ने उन्हें झकझोर दिया है। प्रदेश में बहन-बेटियां ​सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से योगी आदित्यनाथ की जगह किसी दूसरे व्यक्ति काे मुख्यमंत्री बनाने और ऐसा नहीं होने पर केन्द्र से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुझे 99 नहीं 100 प्रतिशत भरोसा हो गया है कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सरकार चलाने में सक्षम नहीं हैं।

मायावती ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में मौजूदा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि हाथरस प्रकरण के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद प्रदेश सरकार कुछ हरकत में आएगी। उत्तर प्रदेश के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। आज सुबह बलरामपुर की घटना के बारे में मुझे पता चला, जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया।

मायावती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आदित्यनाथ योगी को मैं बताना चाहती हूं कि आपने एक महिला के पेट से जन्म लिया है। आपको दूसरों की बहन-बेटी को अपनी बहन-बेटी समझना चाहिए। यदि आप उनकी हिफाजत नहीं कर सकते तो बेहतर यही है कि आपको खुद ही पीछे हट जाना चाहिए। खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए, यह ज्यादा बेहतर होगा।

मायावती ने कहा कि आदित्यनाथ योगी को आरएसएस के दबाव में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री तो बना दिया गया, लेकिन वह इस लायक नहीं है कि वह उत्तर प्रदेश में बढ़िया शासन प्रशासन जनता को देख सकें। मुझे लगता है कि भाजपा को आरएसएस से बात करनी चाहिए, उसके शिकंजे से बाहर निकलना चाहिए। भाजपा को उत्तर प्रदेश की जनता के हित के बारे में सोचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि मेरा केंद्र सरकार से यही कहना है कि बेहतर होगा आदित्यनाथ योगी को जहां उनकी अपनी जगह गोरखपुर में मठ में है, वहां बैठा दें और यदि उनको गोरखपुर का मठ भी अच्छा नहीं लग रहा है तो अयोध्या में राम मन्दिर का निर्माण हो रहा है, भाजपा यह काम उन को सौंप दें, तो ज्यादा बेहतर होगा। कम से कम आए दिन हमारी बहन बेटियों को निशाना बनाया जा रहा है, ऐसी घटनाएं रुक तो सकेंगी।

मायावती ने कहा कि उनके स्थान पर किसी ऐसे काबिल व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाएं जो उत्तर प्रदेश की जनता को अच्छी कानून व्यवस्था दे सके। यदि भाजपा नेतृत्व ऐसा नहीं कर पा रहा है तो आरएसएस का बहुत ज्यादा दबाव है, तो मेरा यही कहना है कि वह उत्तर प्रदेश की जनता पर थोड़ा रहम करें। आबादी के हिसाब से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। प्रधानमंत्री स्वयं उत्तर प्रदेश के वाराणसी से चुनकर आए हैं। इसलिए मेरा उनसे कहना है कि कम से कम वह तो यहां का ध्यान रखें। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आदित्यनाथ योगी से जब उत्तर प्रदेश नहीं संभल रहा है तो किसी दूसरे को मुख्यमंत्री बना दें वरना बेहतर यही है कि उत्तर प्रदेश की जनता के हित में राष्ट्रपति शासन लगा कर कानून व्यवस्था को बढ़िया बनाया जाए। (एजेंसी, हि.स.)

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