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दस्यु ददुआ का अभिनय करने के लिए पांच साल बढ़ाये थे बाल : दिलीप

👤 manish kumar | Updated on:13 Feb 2021 6:48 AM GMT

दस्यु ददुआ का अभिनय करने के लिए पांच साल बढ़ाये थे बाल : दिलीप

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बुन्देलखण्ड के पाठा इलाके में खासकर चित्रकूट जनपद में चार दशक तक साम्राज्य चलाने वाले दस्यु ददुआ पर बनी फिल्म बीहड़ के बागी को लोग पसंद कर रहे हैं। इस फिल्म में अभिनय करने के लिए पांच सालों तक सिर और दाढ़ी के बालों को बढ़ाया। पड़ोसी जनपद फतेहपुर का निवासी होने के चलते पाठा की भौगिलिक स्थिति से भलीभांति परिचित था और इसका फायदा ददुआ का अभिनय करने में मिला। फिल्म में सबसे चुनौतीपूर्ण दृश्य वह रहा जब ददुआ डकैत तो रहता है पर सरदार नहीं रहता। उसी दौरान एक परिवार में लूट की घटना की जाती है जहां पर लूट के बाद सरदार उस परिवार की लड़की पर गलत हरकत करने लगता है, जिसका ददुआ द्वारा विरोध किया जाता है। यह बातें कानपुर पहुंचे फिल्म बीहड़ के बागी के अभिनेता दिलीप आर्य ने कही।

औद्योगिक नगरी कानपुर पहुंचे फ़िल्म बीहड़ के बागी के अभिनेता ने एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान फिल्म में निभाये किरदार की जानकारी साझा करते हुए, शूटिंग के दौरान की गई मस्ती को भी साझा किया। वहीं नितिन गुप्ता द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि अभिनेता दिलीप आर्य द्वारा उत्सव मनाया गया। दिलीप के खास मित्र आनंद प्रकाश दीक्षित की पत्नी के जन्मदिन पर दिलीप आर्य का कानपुर आगमन हुआ। इस अवसर पर फिल्म की सफलता का भी उत्सव मनाया गया।

बीहड़ के बागी फिल्म के मुख्य अभिनेता की जुबानी

दिलीप आर्य ने बताया कि शिवकुमार पटेल उर्फ ददुआ पर आधारित फिल्म में शूटिंग के दौरान एक साधारण व्यक्ति के रुप में फ़िल्म में किरदार निभाया है। फिल्म के मुख्य दृश्य को निभाते हुए बताया कि मेरे किरदार में एक ऐसा दृश्य भी निभाया है, जिसमें कि सरदार का उनका झगड़ा हो जाता है और वह एक परिवार के साथ लूट की घटना को अंजाम देता है। साथ ही वहां मौजूद उसी परिवार की एक लड़की के साथ गलत हरकत करने लगता है। जिसका विरोध मैने फ़िल्म में किया है। जो कि यह दृश्य मेरे लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण था। वैसे इस पूरी फिल्म में मेरे दिन की शुरुआत एक नारे के साथ होती हैं जो कि मैं जय बजरंगबली कह कर बोलता हुआ इस फिल्म में देखा जा रहा हूं।

मुंबई में छोटे से कमरे में किया गुजारा

फिल्म के हीरो ने बताया कि जब उन्होंने फिल्म की दुनिया में कदम रखा था। तब मैं मुम्बई में एक छोटी से कमरे पांच लोगों के साथ रहकर गुजारा है। कभी-कभी तो हम बस से सफर करते थे तो ये तक भूल जाते थे कि किस स्टेशन पर उतरना था फिर वापस पैदल लौट कर आना पड़ता था। इसी तरह दिल्ली में तो मकान मालिक ने एक जीने के नीचे एक छोटा सा भंडरिया नुमा कमरा बना दिया था जिसमें मैंने कई वर्षों तक रहकर गुजारा। वैसे मेरी जो सोच है कि आज की युवा पीढ़ी को नशा मुक्त जीवन अपनाते हुए मां बाप का साथ निभाना चाहिए। क्योंकि हर सफल जीवन का आधार मां बाप के सहारे से बढ़ता है।

दिलीप ने जीवन में फिल्म जगत से जुड़ने से पहले कई लाइव शो भी किए हैं। साथ 2010 के समय उन्होंने देश की प्रख्यात कार कम्पनी मारुति सुजीकी के लिए भी विज्ञापन में एक अहम अभिनय निभाया है। इस मौके पर एक्टर शिवा शुक्ला, अरविंद जादूगर, मुकेश भदौरिया, शिव नरेश मौजूद रहें।

कुशाल ज़वेरी ने कहा, छोटे पर्दे पर काम करना मुश्किल

'पवित्र रिश्ता' जैसे मेगा हिट टीवी धारावाहिक का निर्देशन कर चुके निर्देशक कुशाल ज़वेरी का मानना है कि टीवी सीरियल के निर्देशक के लिए फिल्म या वेब सीरीज का निर्देशन हासिल करना काफी चुनौतीपूर्ण काम है। लोग उन पर उस तरह से भरोसा नहीं कर पाते, जिस तरह से वे फिल्म या वेब सीरीज के निर्देशकों पर करते हैं।

वेब सीरीज 'क्रैश' का निर्देशन कर रहे ज़वेरी अपने इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी उत्साहित हैं। ज़वेरी का कहना है कि वे एकता कपूर और बालाजी टेलीफिल्म्स की टीम का तहे दिल से धन्यवाद करना चाहते हैं, जिन्होंने उन पर भरोसा कर उन्हें यह मौका दिया। हालांकि, टीवी धारावाहिकों में काम करने वाले कलाकारों की ही तरह इनके निर्देशकों के लिए भी फिल्मों या वेबसीरीज के निर्देशन की कमान हासिल करना काफी मुश्किल होता है।

'क्रैश' कुशाल ज़वेरी का पहली वेब सीरीज है। उन्हें यह प्रोजेक्ट लॉकडाउन के दौरान ऑफर हुआ था। इस सीरीज का प्रोमो आउट हो चुका है, और दर्शकों को काफी पसंद भी आ रहा है। सभी को इसके रिलीज होने का बेसब्री से इंतज़ार है। क्रैश की स्टोरी लाइन के बारे में कुशाल ज़वेरी का कहना है, "इसकी कहानी को लेकर मुझे जो खास बात लगी, वो ये कि यह मुंबई से संबंधित एक वास्तविक घटना पर आधारित है।"

सीरीज की स्टारकास्ट के बारें में बात करते हुए वह कहते हैं कि, "मुझे सीरीज के सभी कलाकारों के साथ काम करने में बहुत मज़ा आया। मैंने रोहन के साथ पहले भी 'गुमराह' धारावाहिक में काम किया है, लेकिन बाकी सभी मेरे लिए नए थे। रोहन के अलावा अनुष्का सेन, अदिति शर्मा, कुंज आनंद, ज़ैन इमान और रज़ा का प्रदर्शन भी अद्भुत था। मुझे लगता है कि इनमें से हर किसी ने अपनी भूमिका बेहद शानदार तरीके से निभाई है। "

वर्कफ्रंट की बात करें तो कुशल ज़ावेरी अजय देवगन फिल्म्स द्वारा प्रोडूयूस्ड लोकप्रिय बायोपिक 'स्वामी रामदेव- एक संघर्ष' का भी निर्देशन कर चुके हैं। तो वहीं अनुराग कश्यप से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने चैनल वी के 'गुमराह' सीरियल के साथ एक नए तरीके से एक्सपेरिमेंट भी किया था, जिसे लोगों ने खूब सराहा था। इसके अलावा कुशाल ओटीटी प्लेटफार्म के लिए एक फिल्म भी बना रहे हैं, जो एक सिचुएशन्ल कॉमेडी होगी और इसी साल मई या जून में रिलीज़ की जाएगी।

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