बारिश से नैनीताल की 17 सड़कें बंद, नैनी झील का जलस्तर बढ़ा
नैनीताल। जिला और मंडल मुख्यालय सहित समस्त पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार तेज बारिश का सिलसिला जारी है। नैनीताल जिला मुख्यालय में पिछले 24 घंटे में 115 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। बारिश की वजह से गाड़-गधेरों और नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। काठगोदाम बैराज में गौला नदी का जलस्तर 16 हजार क्यूसेक और रामनगर में कोसी नदी का जलस्तर 12,400 क्यूसेक पर पहुंच गया है। इधर नैनी झील का जलस्तर भी पिछले 24 घंटे में 13 इंच बढ़कर 4 फीट 3 इंच हो गया है। वहीं, भूस्खलन एवं पेड़ों की शाखाओं के टूटने व उखड़ने की घटनाओं से विद्युत आपूर्ति भी पूरे दिन बाधित रही है। लोग घरों के भीतर कैद रहने को मजबूर हैं। जनजीवन काफी हद तक प्रभावित हो रहा है। नैनीताल जनपद में 17 सड़कें बारिश की वजह से हुए भूस्खलन के कारण बंद हो गई हैं।
जिला आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार जिला मुख्यालय की रूसी बाइपास और एरीज मोड़ से एरीज को जाने वाले मार्ग मलबा आने से बंद हो गए हैं। इसी तरह खुटानी-भवाली, भुजान-बेतालघाट, रातीघाट-बेतालघाट, मल्ला रामगढ़ की डाकबंगले को जाने वाली सड़क, गढ़खेत मोटरमार्ग, अंबेडकरगांव-रिखौली, कसियालेख-सूपी, भवाली सेनिटोरियम-सिरोड़ी, काठगोदाम-हैड़ाखान, पंगूट-तल्ला बगड़, कैंची-हरतपा, भौंरसा-पिनरौ, गर्जिया-बेतालघाट, रामनगर-तल्ली सेठी-बेतालघाट आदि सड़कें बंद होने की सूचना है। इधर मुख्यालय में मल्लीताल मेट्रोपोल कंपाउंड क्षेत्र में घरों से सटकर लगा एक बांज का पुराना पेड़ नाले की ओर गिर गया। गनीमत रही कि पेड़ नाले की ओर गिरा अन्यथा इसके घरों पर गिरने से जान-माल की क्षति भी हो सकती थी।
कैंची धाम में वाहनों का आवागमन रुकाः बाबा नीब करौरी के कैंची धाम क्षेत्र में गधेरे का पानी एक बार फिर सांई मंदिर के पास भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग 87 पर आ गया है। इस कारण सड़क पर वाहनों का आवागमन बाधित हो गया। साथ ही सड़क से पानी सड़क के नीचे स्थित प्रेम सिंह कनवाल के खेत को नुकसान कर गया। बताया गया है कि यहां गत 12 मई हुई भीषण बारिश के बाद अवरुद्ध हुई सड़क को कामचलाऊ तौर पर तो खोल दिया गया था, लेकिन इस स्थान पर सड़क के नीचे का कलमठ नहीं खोला गया। इस कारण ही आज यहां फिर से सड़क पर पानी आ गया।
अल्मोड़ा एनएच कई जगह मलबा आने से बंदः अल्मोड़ा एनएच पर नैनी पुल, काकड़ीघाट, दोपाखी और भौर्याबैंड सहित अनेक स्थानों पर भारी मात्रा में मलबा आने से यह मार्ग वाहनों के लिए पूरी तरह बंद हो गया है।वाहनों को भवाली व खुटानी से क्वारब के लिए डायवर्ट करके भेजा गया है।